रांची: रूक्का डैम से हटिया को जोड़ेनेवाली पाइपलाइन से सोमवार को जलापूर्ति का कार्य प्रारंभ कर दिया गया. जलापूर्ति कार्य का शुभारंभ सोमवार को जल संसाधन एवं पेयजल मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह व मेयर आशा लकड़ा ने संयुक्त रूप से चाबी खोल कर किया. मौके पर पीएचइडी मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने […]
रांची: रूक्का डैम से हटिया को जोड़ेनेवाली पाइपलाइन से सोमवार को जलापूर्ति का कार्य प्रारंभ कर दिया गया. जलापूर्ति कार्य का शुभारंभ सोमवार को जल संसाधन एवं पेयजल मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह व मेयर आशा लकड़ा ने संयुक्त रूप से चाबी खोल कर किया. मौके पर पीएचइडी मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि हटिया क्षेत्र में पानी पहुंचाना विभाग के लिए चुनौती थी, परंतु हमने इस योजना को दो माह में पूरा कर लिया.
श्री चौधरी ने कहा कि आम तौर पर यह देखा जाता है कि डैम के आसपास के लोग ही सबसे ज्यादा पानी के संकट में रहते हैं, परंतु अब ऐसा नहीं होगा. सरकार अब डैम के आसपास के लोगों को भी शुद्ध पानी उपलब्ध करायेगी. उन्होंने कहा कि अब लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. राज्य में पहले से ही सुखाड़ है. इसलिए लोग भी पानी को बचाना सीखें.
मंत्री ने कहा कि शहर में अवैध कनेक्शनों को रांची नगर निगम अभियान चलाकर समाप्त करे. मौके पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सरकार पूरे राज्य के जल संकट को दूर करने के लिए प्रयासरत है. शहर के जिन गली व मोहल्लों में अब तक पानी नहीं पहुंचा है, उन मोहल्लों में मिसिंग लिंक योजना के तहत पाइपलाइन बिछा कर पानी पहुंचाया जायेगा. मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि जल संरक्षण की जिम्मेवारी हम सबकी है. हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेवारी समझनी होगी. कार्यक्रम में कांके विधायक जीतू चरण राम, उप महापौर संजीव विजयवर्गीय, पीएचइडी के प्रधान सचिव एपी सिंह, नगर आयुक्त प्रशांत कुमार सहित कई विभागों के अभियंता उपस्थित थे.
इस पाइपलाइन से इन इलाकों में होगी जलापूर्ति
पीएचइडी के द्वारा बिछायी गयी इस पाइपलाइन से कांटा टोली, सिरम टोली, चर्च रोड, डोरंडा, नॉर्थ ऑफिस पाड़ा, अशोक नगर, मेकन, हरमू, छप्पन सेट, कुसई कॉलोनी, रिसालदार नगर एवं अरविंदो नगर में जलापूर्ति की जायेगी. इन इलाकों के लोगों को नियमित रूप से पर्याप्त पानी मिले, इसके लिए रूक्का प्लांट से प्रतिदिन पांच एमजीडी पानी अतिरिक्त भेजा जायेगा. इससे दो लाख लोगों को पेयजल की किल्लत से राहत मिलेगी.