रांची: गुजरात के तीन व्यवसायी मिलन, किराग और धर्मेश के अपहरण में रांची के दो अपराधी सुरेश और शेख शाहिद भी शामिल थे. दोनों नामकुम थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं. इस बात का खुलासा पूछताछ के दौरान अपहरणकांड में गिरफ्तार अपराधी शमशेर और सोनू ने किया है. दोनों ने पुलिस को यह भी बताया कि उन्होंने सिर्फ फिरौती के रूप में रुपये वसूलने के लिए तीनों का अपहरण किया था.
पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों की तलाश में नामकुम इलाके में छापेमारी की, लेकिन जानकारी नहीं मिली. दोनों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है. अपहरणकांड में एक अन्य अपराधी भी शामिल था, लेकिन उसके नाम और पते के बारे में सोनू और शमशेर के पास जानकारी नहीं है. अभी तक की जांच में पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार सोनू का पहले से संपर्क पुराने कार की खरीद-बिक्री करनेवाले व्यवसायी धर्मेश से था. सोनू ने धर्मेश से कार बेचने के नाम पर 14 लाख रुपये लिये थे, लेकिन कार नहीं दिया. धर्मेश को फोन कर सोनू ने यह भी बताया कि वह कम दाम में और भी कारें दिला सकता है, लेकिन इसके लिए उसे आसनसोल आना होगा.
सोनू के बुलाने पर ही धर्मेश हीरा व्यवसायी मिलन भाई केशु और मिलन के साढ़ू किराग के साथ कोलकाता होते हुए 18 फरवरी को आसनसोल पहुंचे. आसनसोल में तीनों व्यवसायी को सुरेश अपने एक सहयोगी के साथ मिलाया. उन्हें एक होटल में रात में ठहराया. दूसरे दिन 19 फरवरी को सुरेश तीनों व्यवसायी को कार में साथ बैठा कर कार दिखाने के लिए ले जाने लगा. पहले से तय योजना के अनुसार बीच रास्ते में कुछ लोगों ने कार को ओवरटेक कर रुकवा लिया. दूसरे कार में एक युवक पुलिस की वरदी में था, जिनके पास हथियार भी था. इसके बाद वे लोग खुद को पुलिस बता कर तीनों व्यवसायी को पूछताछ के लिए थाना ले जाने के लिए बैठा लिया. रास्ते में व्यवसायियों को बताया गया कि फिरौती के लिए उनका अपहरण कर लिया गया है.