दोनों को पुलिस ने 11 फरवरी को चाइल्ड लाइन को सौंपा था. शुक्रवार को बच्चों के परिजन चाइल्ड लाइन पहुंचे. जिन्होंने बताया कि बच्चों को आइएएस मुकेश वर्मा के घर में काम करने के लिए लगाया गया था. सुजीत गोस्वामी ने कहा कि बच्चों ने जानकारी दी है कि काम नहीं करने पर उनके साथ मारपीट की जाती थी. शारीरिक शोषण भी किया जाता था. बताया जाता है कि अब पूरे मामले को दबाने के लिए सीडबल्यूसी और चाइल्ड लाइन के लेागों पर दबाव बनाया जा रहा है.
Advertisement
आइएएस मुकेश वर्मा के घर में दो नाबालिग से कराया जा रहा था काम
रांची. आइएस मुकेश वर्मा के घर में दो नाबालिग से काम कराया जा रहा था, जिसमें एक की उम्र आठ वर्ष और दूसरे की उम्र 12 वर्ष है. बच्चे काम नहीं करना चाह रहे थे, इसलिए वे घर से भाग कर पीसीआर वैन में तैनात पुलिस पदाधिकारी के पास पहुंचे. उन्होंने दोनों बच्चों को चुटिया […]
रांची. आइएस मुकेश वर्मा के घर में दो नाबालिग से काम कराया जा रहा था, जिसमें एक की उम्र आठ वर्ष और दूसरे की उम्र 12 वर्ष है. बच्चे काम नहीं करना चाह रहे थे, इसलिए वे घर से भाग कर पीसीआर वैन में तैनात पुलिस पदाधिकारी के पास पहुंचे. उन्होंने दोनों बच्चों को चुटिया थाने की पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने दोनों बच्चों को सीडब्ल्यू के समक्ष पेश कर उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया. चाइल्ड लाइन के कॉर्डिनेटर सुजीत गोस्वामी ने बताया दोनों बच्चे अररिया के रहनेवाले हैं.
मैं किसी बच्चे को नहीं जानता. मेरे घर में कोई नाबालिग काम नहीं करता था. मुझे बदनाम करने के लिए कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं.
मुकेश वर्मा, आएएस
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement