रांची : झारखंड विधानसभाकेअध्यक्ष दिनेश उरांव ने आज झारखंड विकास मोर्चा के छह बागी विधायकों के दलबदल मामले पर सुनवाई करते हुए विधायकों को पक्ष रखने लिए तीन दिन का समय दिया है. झाविमो से निर्वाचित ये छह विधायक पाला बदलकर भाजपा के साथ चले गये हैं. विधानसभा के विपक्ष की गैलरी में बनाये गये खुले इजलास में सुबह 11 बजे से सुनवाई शुरू हुई. स्पीकर ने वादी और प्रतिवादी पक्ष से साक्ष्य और दस्तावेजों की मांग की थी. स्पीकर ने साक्ष्यों पर गौर किया और वादी पक्ष के वकील की बात सुनी. वादी पक्ष के वकील रघुनंदन सहाय ने कहा कि बागी विधायकों पर 10वीं अनुसूची के तहत त्वरित कार्रवाई की जाये और उनकी सदस्यता रद्द की जाये. बाद में प्रतिवादी पक्ष के वकील ने स्पीकर से अपना पक्ष रखने के लिए समय की मांग की. स्पीकर ने प्रतिवादी पक्ष की बात मानते हुए उन्हें तीन दिनों का समय दिया. इन तीन दिनों में प्रतिवादी पक्ष सुनवाई के बिंदु तय किये जाने और अपने पक्ष से स्पीकर को अवगत करायेंगे. इसके साथ ही आज की सुनवाई खत्म कर दी गयी.
बाद में जेवीएम के विधयक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि न्याय को टाला जा रहा है. इस प्रकार के मामले में त्वरित सुनवाई होनी चाहिए और निर्णय आना चाहिए. उल्लेखनीय है कि दलबदल मामले में स्पीकर के पास दो आवेदन आये हैं. झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने 10वी अनुसूची के तहत विधायकों पर दलबदल का आरोप गठित करते हुए सदस्यता रद्द करने की मांग की है.
इन विधायकों पर चल रहा है मामला
नवीन जायसवाल, रणधीर सिंह, अमर बाउरी, जानकी यादव, गणेश गंझू और आलोक चौरसिया