रांची: नक्सलियों तक सूचना पहुंचानेवाले और नक्सलियों के नाम पर लेवी वसूलने वाले सिपाही सुनील यादव के संबंध में सीआइडी मुख्यालय ने पलामू सीआइडी टीम प्रभारी से जांच रिपोर्ट मांगी है. जांच के दौरान सीआइडी के अधिकारी यह भी पता करेंगे कि पुलिस में बहाली से पूर्व उसका संबंध नक्सलियों से था या बहाली के बाद.
सुनील यादव को संरक्षण देनेवाले कौन लोग थे. सीआइडी के वरीय अधिकारी पूरे मामले में एडवाइजरी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह का काम करते हुए पकड़े जानेवाले पुलिसकर्मी को कठोर सजा मिल सके . उल्लेखनीय है कि कुछ माह पूर्व टाटीसिलवे से पलामू पुलिस ने नक्सलियों तक सूचना पहुंचाने के आरोप में सिपाही सुनील यादव को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार से पूर्व वह टाटीसिलवे स्थित जैप-2 में ट्रेनिंग ले रहा था.
गिरफ्तारी के बाद पलामू सीआइडी टीम प्रभारी ने आरंभिक रिपोर्ट सीआइडी मुख्यालय को भेजी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि गिरफ्तार सिपाही नक्सलियों के लिए लेवी वसूली करने का काम करता था. इसके बाद सिपाही के संबंध में विशेष रिपोर्ट तैयार करने का उन्हें दोबारा निर्देश दिया गया है. गौरतलब है कि सुनील यादव की बहाली वर्ष 2011 में हुई थी. वह हुसैनाबाद का रहनेवाला है. सीआइडी के अधिकारियों के अनुसार वह नक्सली जोनल कमांडर अभय यादव का सहयोगी है, जिसके इशारे पर वह काम किया करता था.