रांची: कार्यपालक अभियंता यादवेंद्र सिंह चौहान की संपत्ति की जांच के लिए निगरानी रामगढ़ स्थित एक्सिस बैंक से डिटेल लेगी. निगरानी अधिकारियों के अनुसार बैंक से डिटेल इसलिए ली जायेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने योजना के कितने रुपये बैंक से निकाले.
उन पर सरकारी योजना की राशि निकाल कर अरगोड़ा में अपनी पत्नी के नाम पर घर खरीदने का आरोप है. इसी की जांच निगरानी कर रही है. निगरानी को मिली शिकायत के मुताबिक आइएपी योजना के अंतर्गत रामगढ़ जिला को करीब 11 करोड़ मिले थे. रुपये यादवेंद्र सिंह चौहान के नाम पर एक्सिस बैंक में जमा थे.
यादवेंद्र सिंह ने आधी राशि का भुगतान ठेकेदारों को किया, वहीं शेष रुपये धीरे-धीरे निकाल कर उन्होंने पत्नी के नाम पर घर खरीदा. पूरे मामले में कार्यपालक अभियंता के साथ दूसरे अभियंता और लेखापाल की भूमिका के संबंध में जांच चल रही है. इनमें सहायक अभियंता सुधीर कुमार सिन्हा, सहायक अभियंता प्रमोद सिन्हा, कनीय अभियंता विनोद कुमार, शिवनंदन, चंद्रभूषण पासवान और सुरेंद्र सिंह (सभी तत्कालीन ग्रामीण कार्य विशेष प्रमंडल, रामगढ़), अजय कुमार पांडेय (तत्कालीन सहायक अभियंता लघु विभाग), जितेंद्र कुमार (लेखापाल), अरुण कुमार (कनीय लेखापाल) और कनीय लेखापाल ललन शर्मा भी शामिल हैं.