19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हुआ झारखंड का इतिहास-भूगोल, धाैनी, दीपिका के बारे में भी हाेगी पढ़ाई

सुनील कुमार झा, रांची राज्य गठन के बाद पहली बार स्कूली पाठ्यक्रम में झारखंड के इतिहास-भूगोल को शामिल किया गया है़ राज्य सरकार की ओर से कक्षा दो से पांच तक के पाठ्यक्रम में झारखंड से जुड़ी बातों को शामिल किया गया है़ कक्षा तीन से पांच की पुस्तकों के सामाजिक अध्ययन में झारखंड की […]

सुनील कुमार झा, रांची
राज्य गठन के बाद पहली बार स्कूली पाठ्यक्रम में झारखंड के इतिहास-भूगोल को शामिल किया गया है़ राज्य सरकार की ओर से कक्षा दो से पांच तक के पाठ्यक्रम में झारखंड से जुड़ी बातों को शामिल किया गया है़ कक्षा तीन से पांच की पुस्तकों के सामाजिक अध्ययन में झारखंड की सभ्यता, संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान, खेल, स्वतंत्रा सेनानी, झारखंड की नदियां, जलप्रपात, एेतिहासिक धरोहर, खिलाड़ियों की जीवनी को शामिल किया गया है़.

किताबों को आकर्षक तरीके से तैयार किया गया है़ किताब में प्रयोग किये गये चित्रों में झारखंड से जुड़ी चीजों को प्रमुखता दी गयी है. प्रत्येक अध्याय के अंत में प्रोजेक्ट वर्क, शिक्षकों के लिए कार्य, चर्चा करें, चित्र बनायें, हमने क्या सीखा जैसे पृष्ठों को जोड़ा गया है़ राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को सरकार नि:शुल्क किताब देती है़ अब तक बच्चों को जो किताबें दी जाती थीं, वह पूरी तरह से एनसीइआरटी के पाठ्यक्रम पर आधारित थी. शैक्षणिक सत्र 2016-17 से किताब में झारखंड से जुड़े एेतिहासिक तथ्यों को शामिल किया गया है़ पाठ्यक्रम में रांची में ट्रैफिक समस्या, ग्रामीण क्षेत्रों में होनेवाली बीमारियों व इससे बचाव के उपायों को भी शामिल किया गया है. प्रोजेक्ट वर्क के तहत शिक्षकों को बच्चों को डायन प्रथा की घटनाओं को बताने व इसे दूर करने के लिए जागरूक करने को कहा गया है़

जयपाल सिंह, महेंद्र िसंह धोनी व दीपिका
स्कूली बच्चे अब झारखंड के प्रमुख खिलाड़ियों के बारे में भी पढ़ेंगे़ स्कूली पाठ्यक्रम में झारखंड के खिलाड़ियों की जीवनी को दर्शाया गया है. इसमें भारतीय हॉकी टीम के कप्तान व ओलंपिक पदक विजेता हॉकी खिलाड़ी स्व जयपाल सिंह मुंडा, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी व अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज दीपिका की जीवनी को भी शामिल किया गया है.
बिरसा मुंडा व सिदो-कान्हू की जीवनी
पाठ्यक्रम में पहली बार स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा व सिदो-कान्हू की जीवनी को शामिल किया गया है़ स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान की जानकारी दी गयी है. अब तक के पाठ्यक्रम में कक्षा छह की पुस्तक में एक लाइन में बिरसा मुंडा के बारे में जानकारी दी गयी थी, जबकि सिदो-कान्हू की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया गया था़.
प्रेमलता अग्रवाल और बछेंद्री पाल
स्कूली किताब में पर्वतारोही बछेंद्री पाल व प्रेमलता अग्रवाल की जीवनी को भी शामिल किया गया है़ बछेंद्री पाल को माउंट एवरेस्ट पर चढ़नेवाली पहली भारतीय महिला के रूप में शामिल किया गया है़ इसके अलावा झारखंड की प्रेमलता अग्रवाल की जीवनी को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है़ .
जंगल अधिकार कानून 2007 की पढ़ाई
राज्य के स्कूलों में अब जंगल अधिकार कानून 2007 की पढ़ाई होगी़ किताब में कानून पर एक अध्याय दिया गया है़ इसके अलावा झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के बारे में बच्चों को बताया गया है़ झारखंड बचाओ आंदोलन में विशुनपुर की सूर्यमणी के योगदान की जानकारी का भी उल्लेख है. झारखंड के जंगल के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी किताब में दी गयी है़.
बिरसा मुंडा व सिदो-कान्हू की जीवनी
पाठ्यक्रम में पहली बार स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा व सिदो-कान्हू की जीवनी को शामिल किया गया है़ स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान की जानकारी दी गयी है. अब तक के पाठ्यक्रम में कक्षा छह की पुस्तक में एक लाइन में बिरसा मुंडा के बारे में जानकारी दी गयी थी, जबकि सिदो-कान्हू की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया गया था़.
पलामू और नौरतन गढ़ किला
किताब में पलामू किला को फाेटाे के साथ दर्शाया गया है. राजा मेदनी राय व दाउद खान के बीच 1660 में हुई लड़ाई का भी उल्लेख है. इसके अलावा रांची सिसई रोड पर स्थित नौरतनगढ़ किला की भी जानकारी दी गयी है. दोनों एतिहासिक धरोहरों के बारे में विस्तार से बताया गया है़ कक्षा चार की पुस्तक में इन दाेनों किलों की जानकारी दी गयी है. इसके अलावा रांची के टैगोर हिल को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है़
देवघर व मलूटी का मंदिर
पुस्तक में देवघर के प्रसिद्ध व प्राचीन बाबा मंदिर, तमाड़ के दिउड़ी मंदिर व मलूटी मंदिर के बारे में जानकारी दी गयी है. किताब में इन पुस्तकों पर अलग से अध्याय दिया गया है़ एेतिहासिक महत्व को भी दर्शाया गया है़ तीनों मंदिरों के चित्र को भी दिखाया गया है़ पुस्तक में राष्ट्रीय पार्क बेतला के बारे में भी जानकारी दी गयी है.
हॉकी व पिट्टो की जानकारी
झारखंड में खेले जानेवाले प्रमुख खेलों को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है़ इसमें हॉकी, पिट्टो व कित-कित खेल की जानकारी दी गयी है. झारखंड के राजकीय फूल पलाश के बारे में भी जानकारी दी गयी है. खाने में धुसका व पेठा के बारे में भी जानकारी दी गयी है़ झारखंडी नृत्य को भी शामिल किया गया है़.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें