पर अभी इनमें ज्यादा खपत वाली करीब 215 दवाएं उपलब्ध कराने पर विचार चल रहा है. शेष के बारे में बाद में विचार होगा. इससे पहले एनआरएचएम मुख्यालय ने इन 215 दवाअों में से 63 दवाअों का टेंडर निकाला था. अभी इन दवाअों की खरीद का अॉर्डर नहीं निकला है. दवा कंपनियों के साथ अापूर्ति के लिए न्यूनतम 60 दिनों की समयसीमा तय है.
इस नाते ये दवाएं अगले वित्तीय वर्ष से पहले नहीं मिल पायेगी. वहीं शेष दवाअों की खरीद संबंधी सहमति के लिए दवाअों के नाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजे जायेंगे. इसकी सहमति के बाद इनकी खरीद के लिए टेंडर निकाला जायेगा. फिर एल-वन पार्टी से दवा की खरीद होगी. यह पूरी प्रक्रिया चालू वित्तीय वर्ष में पूरी होने की संभावना नहीं लगती है. अब हर तरह की खरीद स्टेट हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चरल डेवलपमेंट एंड प्रोक्योरमेंट कॉरपोरेशन लि के माध्यम से होनी है.