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चार प्रकाशक छापेंगे 40 लाख किताब
रांची: शैक्षणिक सत्र 2016-17 में सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क किताब वितरण का टेंडर फाइनल हो गया़ झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा एक सप्ताह में चयनित प्रकाशकों को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जायेगा़ वर्ष 2016-17 में किताब छापने के लिए चार प्रकशकों को चयनित किया गया है़ कक्षा एक से आठ तक के लिए कुल 40 […]
रांची: शैक्षणिक सत्र 2016-17 में सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क किताब वितरण का टेंडर फाइनल हो गया़ झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा एक सप्ताह में चयनित प्रकाशकों को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जायेगा़ वर्ष 2016-17 में किताब छापने के लिए चार प्रकशकों को चयनित किया गया है़ कक्षा एक से आठ तक के लिए कुल 40 लाख बच्चों को किताब दी जायेगी.
किताब छपाई पर लगभग 70 करोड़ रुपये का खर्च आयेगा़ किताब छपाई के लिए जिन प्रकाशकों का चयन किया गया है, एक प्रिंटर को तीन, एक प्रिंटर को एक व दो प्रिंटर को दो-दो कक्षा के बच्चों के किताब की छपाई की जिम्मेदारी दी गयी है़ टेंडर की शर्त के अनुरूप प्रकाश को वर्कआर्डर जारी होने के 90 दिन के अंदर किताब की आपूर्ति करना होगा़ प्रकाशक को किताब प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचाना होगा़ प्रखंड मुख्यालय से स्कूल को किताब ले जाना होगा़ स्कूलों में किताब मार्च के अंतिम सप्ताह तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है़ सत्र शुरू होने के पहले दिन बच्चों को किताब उपलब्ध करा दी जायेगी. राज्य में जब से नि:शुल्क पुस्तक दी जा रही है, तब से मात्र दो वर्ष ही बच्चों को समय पर किताब मिल पायी है़
किताब छपाई के खर्च में की गयी कमी
सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत नि:शुल्क किताब दी जायेगी. किताब छपाई की 60 प्रतिशत राशि भारत सरकार व 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी़ किताब छपाई में आनेवाले खर्च में इधर हाल के वर्षों में लगातार कमी आ रही है़ वर्ष 2014-15 में किताब छपाई पर लगभग 99 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, जो इस वर्ष घट कर 70 करोड़ हो गया़ इस वर्ष झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा किताब छपाई के टेंडर की शर्त में बदलाव किया गया था़ अब तक किताब छपाई के लिए प्रकाशक को वैसे मिल को पत्र देना होता था, जिसके कागज उत्पदान की क्षमता प्रति वर्ष एक लाख नौ हजार मिट्रिक टन होती थी़ इसे घटाकर इस वर्ष 40 हजार एमटी कर दिया गया था़ इससे किताब छपाई में कुछ पेपर मिल का एकाधिकार समाप्त हो गया़
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