हालांकि धमकी के बारे में अब तक किसी पंचायत समिति सदस्य या जिला परिषद सदस्य की ओर से पुलिस को आधिकारिक सूचना नहीं दी गयी है. जानकारी के मुताबिक हजारीबाग में जिला परिषद अध्यक्ष के रेस में एक महिला है. उस महिला का पति हजारीबाग-रामगढ़ में सक्रिय एक बड़े अापराधिक गिरोह के लिए काम करता है.
वह कुछ जिला परिषद सदस्यों को धमकी दे रहा है. चतरा में एक पंचायत समिति सदस्य प्रमुख पद के लिए भी रेस में हैं. उनके पक्ष में एक उग्रवादी संगठन के लोगों द्वारा पंचायत समिति के सदस्यों को धमकी दी जा रही है. इसी तरह पलामू में भी एक अपराधी की ओर से कुछ पंचायत समिति सदस्यों व जिला परिषद सदस्यों को फोन कर धमकाने की खबर मिली है. खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि चुनाव से पहले दवाब बनाने के लिए कुछ पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य का अपहरण किया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि जिला परिषद अध्यक्ष, प्रखंड प्रमुख व उप-प्रमुख के चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां भी सक्रिय हैं. हर राजनीतिक पार्टी किसी न किसी के पक्ष में खड़ी है. इसके लिए फंडिंग भी हो रही है. पंचायत समिति के सदस्यों और जिला परिषद सदस्यों को पांच-पांच लाख रुपये तक का प्रलोभन भी दिया जा रहा है.