-एचसीजी के सेमिनार में कैंसर विशेषज्ञ डॉ कुमार सौरभ ने कहा
रांचीः गर्भाशय के कैंसर में ऑपरेशन के साथ-साथ कीमो थेरेपी भी जरूरी है. ऑपरेशन के मरीज कीमो थेरेपी पद्धति से इलाज नहीं कराते, लेकिन कीमो के बिना इलाज पूरा नहीं होता. इससे गर्भाशय कैं सर की 60 प्रतिशत तक ठीक होने की संभावना रहती है. उक्त बातें रविवार को कै पिटोल हिल में रांची आब्स एंड गाइनी सोसाइटी (रॉग्स) एवं एचसीजी अब्दुर रज्जाक अंसारी कैंसर अस्पताल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सेमिनार में एचसीजी अस्पताल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ कुमार सौरभ ने कही.
उन्होंने कहा कि 15 साल पहले गर्भाशय के कैंसर का इलाज ज्यादा कारगर नहीं था, लेकिन अब संभव है. यह बीमारी ज्यादा उम्र में होती है. कम बच्च होने, शरीर में ज्यादा रेडियन लेने एवं अनुवांशिक कारण से होता है. कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ सोमेन बोस ने कहा कि सर्वाकल कैंसर (बच्चेदानी का कैंसर) के मरीज चिकित्सक के पास स्टेज थ्री एवं स्टेज फोर में पहुंचते हैं, जिससे अच्छा रिजल्ट मिलता है. महिलाओं को 40 वर्ष के बाद सर्वाकल कैंसर के लिए पेप्समेयर जांच एवं ब्रेस्ट कैंसर के लिए मेमोग्राफी की जांच करानी चाहिए. मौके पर रॉग्स के सचिव डॉ निर्मला सिंह, डॉ अंजना झा सहित शहर की महिला चिकित्सक मौजूद थीं.