रांची: आज कांटाटोली स्थित खादगढ़ा बस स्टैंड को बाहर शिफ्ट करने की मांग तेजी से जोर पकड़ रही है. साथ ही इस पर तमाम तरह के वाद-विवाद हो रहे हैं. अपने-अपने मंतव्य पेश किये जा रहे हैं. ठीक यही स्थिति उस समय भी बनी थी, जब न्यू मार्केट और नागाबाबा खटाल स्थित बस स्टैंड को आइटीआइ के पासं शिफ्ट किया जा रहा था.
आज से आठ वर्ष पहले रातू रोड की ट्रैफिक व्यवस्था भी ध्वस्त हो गयी थी. नागाबाबा खटाल और न्यू मार्केट से बसों के खुलने के कारण नागाबाबा खटाल से लेकर पिस्का मोड़ तक सड़क पर जाम लगा रहता था. लोग रातू रोड जाने के नाम से अपने घर से एक घंटा पहले निकलते थे. इस सड़क की पहचान ही जाम सड़क के रूप में हो गयी थी. इस सड़क को जाम मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन ने कई कदम उठाये गये, परंतु हर बार प्रयास विफल रहा. अंत में प्रशासन ने इस बस पड़ाव को यहां से बाहर शिफ्ट करने की योजना बनायी. वर्ष 2005 में यहां से बस पड़ाव को हटा कर रातू रोड स्थित आइटीआइ के समक्ष ले जाने का फैसला किया गया. हालांकि आज भी जाम की स्थिति है. पर दिन में बड़ी बसें (स्कूल बसों को छोड़ कर) नहीं जाती.
बस पड़ाव हटाने की शुरुआत में विरोध बस संचालकों ने भी किया. इनका कहना था कि बस पड़ाव के हटाये जाने से लोगों को आइटीआइ बस स्टैंड तक जाने में काफी परेशानी होगी. पर, प्रशासन ने बस पड़ाव को आइटीआइ में शिफ्ट किया. वहीं पतरातू को जानेवाली बसों का पड़ाव स्थल कांके रोड के चांदनी चौक में निर्धारित किया गया.
सिटी राइड बस से परेशानी
नागाबाबा खटाल से बस स्टैंड आठ साल पहले हटाये जाने से रातू रोड का ट्रैफिक काफी हद तक स्मूथ हुआ था. परंतु, ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से अब इस सड़क की हालत खराब होने लगी है. पुलिस की वसूली के कारण अब इटकी व बेड़ो को जानेवाली सिटी राइड बसें किशोरी यादव चौक में आकर खड़ी होने लगी है. ये बसें जहां खड़ी होती हैं, वहां जिला प्रशासन के द्वारा नो पार्किग का बोर्ड भी लगाया गया है,पर धड़ल्ले से इन बसों का परिचालन किया जा रहा है.