रांची : रांची नगर निगम व पेयजल एवं स्वचछता विभाग की टीम द्वारा मंगलवार को राइजिंग पाइपलाइन से कनेक्शन लेने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया. दिन के 11 बजे से शुरू हुए इस अभियान के तहत शाम चार बजे तक 11 लोगों का वाटर कनेक्शन काटा गया. परंतु राइजिंग पाइपलाइन से कनेक्शन लेनेवाले एक […]
रांची : रांची नगर निगम व पेयजल एवं स्वचछता विभाग की टीम द्वारा मंगलवार को राइजिंग पाइपलाइन से कनेक्शन लेने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया. दिन के 11 बजे से शुरू हुए इस अभियान के तहत शाम चार बजे तक 11 लोगों का वाटर कनेक्शन काटा गया.
परंतु राइजिंग पाइपलाइन से कनेक्शन लेनेवाले एक भी व्यक्ति पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी, जबकि नगर आयुक्त प्रशांत कुमार द्वारा अभियान चलानेवाली टीम को स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि अगर एक भी अवैध कनेक्शन मिलता है, तो संबंधित व्यक्ति पर एफआइआर दर्ज की जाये. टीम में मजिस्ट्रेट के रूप में विश्वंभर भगत, कनीय अभियंता रामयश पांडेय, पाइपलाइन इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रसाद शामिल थे.
पानी चोरी करनेवालांे की सूची थी, फिर भी नहीं हुई काररवाई
धुर्वा डैम से निकले राइजिंग पाइपलाइन से कनेक्शन लेनेवाले एक दर्जन से अधिक लोगों का नाम पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने रांची नगर निगम के अधीक्षण अभियंता काे उपलब्ध कराया था. इसमें पीएचइडी ने बताया था कि धुर्वा सेक्टर टू के मिथिलेश झा, सुदर्शन सिंह, क्वाटर नंबर ए 69, ए 73, ए 92, रामदयाल सिंह, जनक कुमार, रघुनाथ राय, अरुण कुमार, विशाल कुमार, अर्जुन सिंह, प्रहलाद राय सहित आसपास के होटलों के द्वारा अवैध कनेक्शन लिया गया है.
ऐसे लोगों के कनेक्शन काट कर उन पर कानूनी कार्रवाई की जाये. मंगलवार को चलाये गये इस अभियान में इन सभी व्यक्तियों के कनेक्शन तो काट दिये गये, लेकिन किसी पर एफआइआर नहीं की गयी. टीम ने इस दौरान केवल कुछ दूरी तक पाइप के पीछे-पीछे खुदाई की. फिर टीम ने कहा कि पाइप भूमि के अंदर किधर गया है. यह पता नहीं चल पा रहा है,
इसलिए हम किसी पर कैसे एफआइआर कर दें. कुछ यही स्थिति कोकर के एक शोरुम के भी सामने आयी. यहां पर भी पाइपलाइन की खुदाई शुरू की गयी. परंतु ढलाई वाला स्थान मिलने के बाद अभियान को बंद करना पड़ा. खुदाई कर रहे लोगों ने कहा कि यहां खुदाई करने में दो-तीन लग जायेगा, तब ही पता चल पायेगा कि पाइप किसके घर गयी है.