रांची : राजधानी के गिरते जलस्तर ने रांची नगर निगम के कान खड़े कर दिये हैं. गिरते जलस्तर के कारण जहां नगर निगम के चापानल दम तोड़ रहे हैं. वहीं निजी बोरिंग व कुओं पर भी इसका गहरा असर पड़ा है. पहले भीषण गरमी में चापानलों के फेल होने की शिकायतें निगम को मिलती थी. […]
रांची : राजधानी के गिरते जलस्तर ने रांची नगर निगम के कान खड़े कर दिये हैं. गिरते जलस्तर के कारण जहां नगर निगम के चापानल दम तोड़ रहे हैं. वहीं निजी बोरिंग व कुओं पर भी इसका गहरा असर पड़ा है.
पहले भीषण गरमी में चापानलों के फेल होने की शिकायतें निगम को मिलती थी. इस वर्ष जाड़ा में ही चापानलों के फेल होने की शिकायत आनी शुरू हो गयी है.
शहर के इस गिरते जलस्तर को बचाने के लिए रांची नगर निगम द्वारा प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है. अगर नगर निगम के इस प्रस्ताव को सरकार से मंजूरी मिल गयी, तो आनेवाले समय में राजधानी को जल संकट से मुक्ति मिल जायेगी.
गिरता जलस्तर चिंता का विषय :
डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि दिनोंदिन शहर का गिरता जलस्तर हम सभी के लिए चिंता का विषय है. हम जितने भी बड़े शहरों में घूमते हैं, उन सभी शहरों में वाटर हार्वेस्टिंग की स्थिति काफी अच्छी है. अब हम शहर की जनता को इस हालात पर नहीं छोड़ सकते हैं.
गिरते जलस्तर को बनाये रखने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. प्रस्ताव को निगम बोर्ड से स्वीकृत करा कर सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा जायेगा.