रांचीः गुरु पर्व सामाजिक समरसता का प्रतीक है. हम आज जहां पर हैं, वहां तक पहुंचने में गुरुओं की विशेष कृपा रही है. हम सिख समाज को काफी नजदीक से जानते व समझते हैं. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुनानक देव जी के 545 वें प्रकाश पर्व पर पीपी कंपाउंड स्थित गुरुनानक स्कूल परिसर में श्री गुरु सिंघ सभा की ओर से आयोजित मुख्य समारोह में कही. उन्होंने कहा कि आज का दिन सिख समुदाय के लिए काफी महत्व रखता है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में विभिन्न धर्मो के लोग एक साथ रहते हैं, यह एक गौरव की बात है. सभी लोगों के सहयोग से राज्य काफी समृद्धिशाली बनेगा.
सांसद सुबोधकांत सहाय ने बोले सो निहाल सत श्री अकाल के साथ लोगों का अभिनंदन किया. उन्होंने कहा कि सिख समाज कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाता है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने लोगों से गुरु के बताये हुए मार्ग पर चलने की अपील की. कहा, इससे राज्य ,राष्ट्र व अपना कल्याण हो सकता है. समारोह में उप महापौर संजीव विजयवर्गीय,वार्ड पार्षद साजदा खातून सहित अन्य अतिथि उपस्थित थे. गुरुद्वारा के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने अतिथियों को शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर सभा की ओर से किये जा रहे सामाजिक कार्यो से अतिथियों व समाज के लोगों को अवगत कराया गया. इससे पूर्व दीपावली से शुरू हुए सहज पाठ का रविवार को सुबह साढ़े नौ बजे समापन हुआ. दिन के दस बजे से विशेष दीवान सजाया गया. हुजूरी रागी बलविंदर सिंह ने गुरुवाणी गायन किया. गुरुनानक स्कूल के बच्चों ने सति गुरु नानक प्रगटिया, मिट्टी धुंध जग चानन होया— शबद गायन किया.
लुधियाना से आये रागी जोगिंदर सिंह रियाड ने कीर्तन गायन किया. उन्होंने भाई गुरुदास जी द्वारा रचित वाणी धन नानक तेरी वडि कमाई वडा पुरुख प्रगटया कलजूग अंदर ज्योत जगाई.., बाबा आखे हाजिया शुभ आमला बाजो दोनो रोई चरण कमल तेरे धोये धोये पीवा,मेरे सतिगुरु दीन दयाला. डा एचबी सिंह ने गुरुनानक प्रतिपादित नाम जपना, किरत करनी, बांटकर खाना पर प्रकाश डाला. अमृतसर के रागी सुरिंदर सिंह मनी ने कीर्तन प्रस्तुत किया. दिल्ली के योगेंद्रर सिंह पारस ने उपदेश दिया और अंध विश्वासों से मुक्त होने का आह्वान किया. दिन के ढाई बजे समारोह का समापन हुआ. महासचिव सरदार गगनदीप सिंह सेठी ने समारोह में आये हुए अतिथियों का स्वागत किया और गुरु पर्व की बधाई दी. सिख सेवक जत्था ने लंगर की सेवा दी. इस कार्य में सिख सेवक जत्थे के अलावा बड़ी संख्या में गुरुनानक स्कूल सहित अन्य स्कूल के बच्चे लगे हुए थे. यहां लंगर चखने के लिए काफी भीड़ थी, जिसे वहां के सदस्य कंट्रोल कर रहे थे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व विस अध्यक्ष सी पी सिंह, सांसद सुबोधकांत सहाय सहित अन्य अतिथियों व दूसरे समाज के लोगों ने भी लंगर चखा और स्वयं अपना पतल उठा कर डस्टबीन में डाला. काफी संख्या में महिलाओं ने भी सेवा कार्य में बढ़चढ कर हिस्सा लिया. सरदार नरेंदर पाल सिंह ने कहा कि सभी के सहयोग से यह कार्य शांति पूर्वक संपन्न हो गया.