इसके बाद स्वर्णरेखा प्रदूषण मुक्ति समिति, सारंडा संरक्षण अभियान, सोन अंचल विकास समिति तथा अन्य स्वयंसेवी संस्थाअों के सहयोग से झारखंड की महत्वपूर्ण नदियों को प्रदूषणमुक्त कराने व उनकी निर्मलता वापस लाैटाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. जलस्रोत स्वच्छता अभियान उसी कड़ी का हिस्सा है. उक्त बातें दामोदर बचाअो आंदोलन के अध्यक्ष सरयू राय ने कही. उन्होंने बताया स्वच्छ पानी की समस्या है. राजधानी रांची में पानी की राशनिंग की जा रही है.
श्री राय ने कहा कि 13 दिसंबर को अभियान के पहले दिन प्रत्येक जिले में संगोष्ठी, रैली का आयोजन होगा. 14-15 दिसंबर को जलस्रोतों की स्थिति का अध्ययन, जल, गाद व जलीय जीवों के नमूने का संग्रह किया जायेगा. 16-17 दिसंबर को प्रदूषण इकाईयों के प्रमुखों, उपायुक्तों व एसडीअो को प्रदूषण के संबंध में प्रतिवेदन साैंपा जायेगा. 18 दिसंबर को सभी जिलों में स्थानीय स्तर पर पर्यावरण पंचायत का आयोजन किया जायेगा. 20 दिसंबर को युगांतर भारती परिसर सिदराैल रांची में जलस्रोत स्वच्छता अभियान-2016 के कार्यक्रम तय करने के लिए पर्यावरण पंचायत का आयोजन किया जायेगा.