मांडर: मांडर प्रखंड के मंदरो गांव में डायरिया से कई लोग पीड़ित हैं. बताया जा रहा है कि यहां डायरिया से 12 साल की बच्ची जैतून खातून की मौत हो गयी है, जबकि तीन दर्जन से अधिक लोग पीड़ित हैं.
शनिवार को मंदरो में डायरिया के प्रकोप की सूचना मिलने पर मांडर के चिकित्सा प्रभारी डाॅ अश्विनी कुमार रेफरल अस्पताल से स्वास्थ कर्मियों की टीम लेकर गांव पहुंचे और वहां किसान भवन में कैंप लगा कर पीड़ित लोगों का इलाज किया. चिकित्सा प्रभारी के मुताबिक गांव में भोला महतो (60), फूलमणि मिंज (35), ललिता कुमारी (12), प्रकाश महतो (8), सुकु मिंज (25), सुंदरी मिंज (55), बिरसमुनि कुमारी (8), सविता कुमारी (14), दमिला एक्का (9), सुगनी मिंज (12), सरिता कुमारी (8), सुजीत मिंंज (8), गुंजी मिंज (25), मुन्ना मिंज (5) डायरिया से अधिक पीड़ित थे़, जिन्हें तत्काल स्लाइन चढ़ाया गया और करीब दो दर्जन लोगों को दवाइयां दी गयी़ गांव में डायरिया से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को पानी उबाल कर पीने, बासी खाना से परहेज करने और खाने-पीने व घर के आसपास सफाई पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है.
जानकारी के अनुसार गांव में शुक्रवार की सुबह से ही कई लोगों को अचानक उल्टी और दस्त होने लगी थी. शाम होते-होते यह संख्या दो दर्जन से अधिक हो गयी़ बीमार होनेवाले सभी लोग अलग-अलग परिवार के हैं. शुक्रवार को अपराह्न दो बजे से ही 12 वर्षीया जैतून खातून को उल्टी और दस्त होने लगी. रात करीब दो बजे हालत बिगड़ने पर उसे मांडर होली फैमिली अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.