22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पुलिस बल व बॉडीगार्ड के अनावश्यक इस्तेमाल पर रोक

पुलिस बल व बॉडीगार्ड के अनावश्यक इस्तेमाल पर रोकमुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया फैसला31 मार्च तक एफआइआर रजिस्टर करने का लक्ष्य तयवरीय संवाददातारांची : मुख्य सचिव राजीव गौबा ने पुलिस बल और होमगार्ड के जवानों का सही इस्तेमाल का निर्देश दिया है. साथ ही उन्हें उन जगहों से हटाने का […]

पुलिस बल व बॉडीगार्ड के अनावश्यक इस्तेमाल पर रोकमुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया फैसला31 मार्च तक एफआइआर रजिस्टर करने का लक्ष्य तयवरीय संवाददातारांची : मुख्य सचिव राजीव गौबा ने पुलिस बल और होमगार्ड के जवानों का सही इस्तेमाल का निर्देश दिया है. साथ ही उन्हें उन जगहों से हटाने का निर्देश दिया है, जहां उनकी बेवजह तैनाती की गयी है. मुख्य सचिव ने बुधवार को राज्य के वरीय अधिकारियों के साथ बॉडीगार्ड के इस्तेमाल की समीक्षा की. साथ ही वैसे लोगों को दिये गये अंगरक्षकों को वापस करने का निर्देश दिया, जिन्हें इनकी आवश्यकता नहीं है. उन्होंने जिले के सक्षम अधिकारियों को हर तीन माह बॉडीगार्ड के इस्तेमाल करने की समीक्षा करने का निर्देश दिया. बुधवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान इस बात की जानकारी मिली कि अब तक 438 अंगरक्षक वापस किये जा चुके हैं. समीक्षा में यह भी पाया गया कि राज्य में करीब 2000 होमगार्ड के जवान विधि-व्यवस्था के अलावा दूसरे कार्यों में लगे हैं. श्री गौबा ने उन जवानों को वापस बुला कर विधि-व्यवस्था के काम में लगाने का निर्देश दिया है. राज्य में डीसी, एसपी, सचिव आदि के आवास की सुरक्षा के लिये तैनात होमगार्ड के जवानों को छोड़ शेष विभिन्न स्थानों पर तैनात जवानों को वापस बुलाया जायेगा. समीक्षा में यह भी पाया गया कि पुलिस अधिकारियों के पास भी अनावश्यक रूप से पुलिस बल तैनात हैं. उन्होंने ऐसे पुलिस के जवानों को भी तत्काल वापस बुला कर विधि-व्यवस्था के काम में लगाने का निर्देश दिया. बैठक में क्राइम क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम के सहारे 31 मार्च तक एफआइआर रजिस्टर करने का लक्ष्य तय किया गया. क्राइम क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम के तहत 1600 अनुसंधानकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. पंचायत चुनाव के बाद और 2000 अनुसंधानकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा. 31 मार्च 2016 तक चरित्र और पासपोर्ट सत्यापन के लिये क्राइम क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम की सहायता लेने का फैसला किया गया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें