रांची : झारखंड के 1880 चिकित्सक शनिवार को ओपीडी में अपनी सेवाएं नहीं देंगे़ स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन (झासा) के बैनर तले सभी सदर अस्पताल, पीएचसी व सीएचसी के ओपीडी का बहिष्कार करेंगे. चिकित्सक, मुखिया, प्रखंड प्रमुख व जिला परिषद से छुट्टी लेने के सरकार के निर्णय का विरोध कर रहे हैं. तय करेंगे रणनीति : अस्पतालों के ओपीडी बंद होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. राज्य के मरीजों को इलाज के लिए सिर्फ अस्पताल की इमरजेंसी सेवा पर ही आश्रित रहना होगा. इसके अलावा राज्य के तीनों मेडिकल कॉलेजों के ओपीडी में इलाज हो सकेगा. झासा सचिव डॉ बिमलेश सिंह ने बताया कि एक दिन का कार्य बहिष्कार है. इसके बाद आगे की रणनीति बनायी जायेगी.
चिकित्सकों की मांग : मुखिया, प्रखंड प्रमुख व जिला परिषद से छुट्टी लेना स्वीकार्य नहीं है. सरकार सेवा अधिनियम का उल्लंघन कर रही है.
क्या होगा विकल्प : सदर अस्पताल, पीएचसी व सीएचसी के ओपीडी बंद होने से मरीज सिर्फ रिम्स, एमजीएम और पीएमसीएच पर निर्भर रहेंगे़ निजी अस्पताल के ओपीडी में भी मरीज अपना इलाज करा सकेंगे.
मुखिया, प्रखंड प्रमुख व जिला परिषद हमारी निगरानी करें, सरकार से शिकायत करें, लेकिन उनके जरिये छुट्टी कतई मंजूर नहीं है. डॉ बिमलेश सिंह, झासा सचिव