वेट लिफ्टिंग में बनायी पहचान अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडलिस्ट हैं रांची की बेला दासरांची की बेला दास देश-विदेश में पावर लिफ्टिंग में नाम रोशन कर रही है़ं वर्तमान में रांची स्पेशल ब्रांच मुख्यालय में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है़ं परिवार और काम को निभाने के साथ वेट लिफ्टिंग में देश विदेश में अयोजित प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत चुकी है़ं वह कहती हैं कि बचपन से ही पीटी ऊषा उनकी प्रेरणा रही हैं़ स्कूल लेवल पर एथलेटिक्स में नेशनल चैंपयन बनने के बाद यूनिर्विसिटी लेवल पर सीनियर वर्ग में नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीतीं़ इसके बाद पुलिस ज्वाइन किया़ 1994-96 तक ऑल इंडिया पुलिस गेम में ब्रांच, सिल्वर मेडल भी मिला़ 1997 में शादी हो गयी़ मां बनने के बाद कई सालों तक खेल से दूर रहीं़ वर्ष 2010 में फिर से एथलेटिक्स में आगे बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन रनिंग नहीं हो पाने के कारण आउट डोर गेेम को छोड़ना पड़ा़ इसके बाद से पावर लिफ्टिंग की प्रैक्टिस शुरू की़ यह है डाइट : बेला बताती है कि खाने पर विशेष ध्यान दिया जाता है़ इसके लिए प्रतिदिन 10 अंडा, एक केजी दूध, एक केजी चिकन (बिना मसाला का) लेना पड़ता है़ इसके अलावा विटामिन की दवा भी खाती हैं. भोजन में चावल और रोटी नहीं लेतीं. ये मिल चुका है पुरस्कार 2010 : सीनियर नेशनल चैंपियनशिप जमशेदपुर में पांचवा रैंक2011 : जमशेदपुर में नेशनल चैंपियनशिप में दूसरा स्थान 2011 दिसंबर : जापान में एशिया चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल 2012 : इंडिया में एशिया चैंपियनशिप, गोल्ड मेडल मिला 2015 : यूएसए में गोल्ड मेडल…………………………………..गोल्ड मिला, तो बढ़ा हौसला : अनिता अनिता सिरबट कृष्णा नगर कॉलोनी रातू रोड में रहती है़ं मारवाड़ी कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद स्पोर्ट्स के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहती थी़ं, लेकिन निराशा हुई. वह कहती हैं कि पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहती थी़, लेकिन सबका का कहना था कि आप पावर लिफ्टिंग नहीं कर सकती़ वर्ष 2011 में जिम ज्वाइन की. पावर लिफ्टिंग के लिए पांच माह तक प्रैक्टिस की़ पहली बार जब प्रतियोगिता में शामिल हुई, तो डरी हुर्इ थी. गोल्ड मिला, तो हौसला बढ़ता गया़ अब नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल जीतना है़ यह है पुरस्कार : 2012 में जमेशदपुर नेशनल पावर लिफ्टिंग में गोल्ड-सिल्वर मेडल, 2013 में देवघर में ब्रांज मेडल, 2014 में जमशेदपुर चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल, 2015 में धनबाद स्टेट पावर लिफ्टिंग में सिल्वर मेडल़ डाइट : प्रतिदिन 10 अंडा, उबला चिकन, अंकुरित मूंग, दूध, पांच-छह लीटर पानी़ ………………………………………………………………. .पति ने दिलायी पहचान : सुजाता भगतसुजाता भगत पुलिस की स्पेशल ब्रांच में कार्यरत है़ं इसके साथ ही पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं. देश और राज्य का नाम रोशन कर रही है़ वेस्ट बंगाल की रहने वाली सुजाता की प्रारंभिक शिक्षा चक्रधरपुर से हुई. इसके बाद 10 वीं और 12वीं की पढ़ाई रेलवे हाई स्कूल चक्रधरपुर से की़ जमशेदपुर से बीएससी कर डिग्री हासिल की़ एथलेटिक्स में स्कूल लेवल पर नेशनल प्लेयर रहीं. कबड्डी में बिहार के लिए कप्तानी भी कर चुकी है़ं रांची विवि में एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल मिला़ स्पोर्ट्स कोटा में 1987 जमशेदपुर में पुलिस विभाग ज्वाइन की. लगातार पांच साल तक ऑल इंडिया पुलिस एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल हासिल की. पति संजय कुमार खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे़ वर्षों तक किसी कारण खेल से दूर रही़ यह पुरस्कार 2011 : पावर लिफ्टिंग में नेशनल गोल्ड मेडल 2011 : जापान में आयोजित एशियन पावर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल2014 : इंटरनेशनल लेबल में दो गोल्ड मेडल 2015 : वर्ल्ड पुलिस गेम में गोल्ड अौर सिल्वर मेडल
BREAKING NEWS
वेट लफ्टिगिं में बनायी पहचान
वेट लिफ्टिंग में बनायी पहचान अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडलिस्ट हैं रांची की बेला दासरांची की बेला दास देश-विदेश में पावर लिफ्टिंग में नाम रोशन कर रही है़ं वर्तमान में रांची स्पेशल ब्रांच मुख्यालय में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है़ं परिवार और काम को निभाने के साथ वेट लिफ्टिंग में देश विदेश में अयोजित […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement