रांची : 2019 से रांची समेत राज्य के छह शहरों में घरेलू गैस की आपूर्ति पाइप लाइन से हो सकेगी. गैस अथॉरिटी अॉफ इंडिया लिमिटेड (गेल) और उद्योग विभाग के बीच गुरुवार को गैस कोअॉपरेशन एग्रीमेंट (जीसीए) पर साइन किया गया. मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास भी उपस्थित थे. इसके तहत गेल द्वारा पाइप लाइन बिछाने का काम किया जायेगा और घरेलू व औद्योगिक उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति पाइप लाइन से की जायेगी. गेल द्वारा छह जिलों बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग, प. सिहंभूम (जमशेदपुर), रांची व धनबाद शहरों में गैस की आपूर्ति की जायेगी.
गौरतलब है कि जगदीशपुर –हल्दिया पाइपलाइन गेल द्वारा बिछायी जा रही है, जो झारखंड के इन छह जिलों से गुजरेगी. राज्य में इसकी लंबाई 340 किमी होगी. इसमें से 174 किमी मुख्य लाइन तथा 166 किमी संयुक्त लाइन होगी. गेल द्वारा बोकारो एवं सिंदरी स्थित स्टील एवं उर्वरक संयंत्र को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की जायेगी. साथ ही रांची एवं जमशेदपुर में शहर गैस वितरण नेटवर्क विकसित किया जायेगा व औद्योगिक उपभोक्ताओं को भी गैस की आपूर्ति की जायेगी. झारखंड में 2500 करोड़ रुपये गेल द्वारा निवेश किया जायेगा.
गेल के अध्यक्ष बीसी त्रिपाठी ने कहा कि सिंदरी फर्टिलाइजर को चलाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इसके साथ ही गेल के सेकेंड फेज का काम भी शुरु होने जा रहा है. रांची से अंगुल तक भी नेचुरल गैस की पाइप लाइन बिछाने का काम किया जायेगा. नेचुरल गैस से सीएनजी वाहन चलेंगे. एलपीजी की जगह लोग नेचुरल गैस का उपयोग करेंगे. उद्योगों द्वारा इसके इस्तेमाल से प्रदूषण नहीं होगा. इसमें मिथेन, इथेन, प्रोपेन गैस की अापूति होगी.
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि इससे बोकारो व सिंदरी को लाभ होगा. इंधन कम दर पर मिलेगी तो उत्पादों की लागत भी कम होगी. झारखंड अब गैस आपूर्ति मामले में अग्र्रणी राज्यों में होगा. इसके पूर्व गेल के इडी एके जेना ने प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी. गेल के इडी श्री जेना और उद्योग निदेशक के रविकुमार ने जीसीए पर हस्ताक्षर किये. मौके पर सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार, सीएम के सचिव सुनील वर्णवाल व गेल के अन्य अधिकारी मौजूद थे.