रांची: शिक्षक नियुक्ति घोटाले की पूरी जांच होनी चाहिए और इस घोटाले में शामिल पदाधिकारियों और जैक प्रशासन को भी घेरे में लिया जाना चाहिए. टेट परीक्षा में भी भारी अनियमितता बरती गयी है.
उक्त बातें राजनीतिक कार्यकर्ता रतन तिर्की ने सोमवार को कही. श्री तिर्की ने मंत्री गीताश्री उरांव से मांग की है कि पहले जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं में सफल उम्मीदवार का ही चयन किया जाये. शहरी क्षेत्र के सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों में जनजातीय भाषाओं की पढ़ाई अनिवार्य करायी जाये.
बिहार के समय से ही यह नियम लागू है कि दक्षिण छोटानागपुर और संताल परगना क्षेत्रों में पदस्थापित शिक्षकों, पदाधिकारियों को इस क्षेत्र की कम से कम एक जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा की जानकारी के बिना पदस्थापन नहीं किया जाये, लेकिन इस नियम का पालन कभी नहीं किया गया. राज्य में आज झारखंडी युवाओं की नियुक्ति नहीं हो पा रही है.