21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गुरुओं को सम्मान दे हुए गौरवान्वित

गुरु सम्मान समारोह़ प्रभात खबर की ओर से रांची विवि आर्यभट्ट सभागार में हुआ आयोजन गुरुओं का हुआ सम्मान लोक कलाकार मामे खां ने बिखेरा संगीत का जादू रांची : ज्ञान की ज्योति जलाने वालों गुरुओं के प्रति आभार जताने को प्रभात खबर ने गुरुवार की शाम सजायी थी़ रांची विवि के आर्यभट्ट सभागार में […]

गुरु सम्मान समारोह़ प्रभात खबर की ओर से रांची विवि आर्यभट्ट सभागार में हुआ आयोजन
गुरुओं का हुआ सम्मान
लोक कलाकार मामे खां ने बिखेरा संगीत का जादू
रांची : ज्ञान की ज्योति जलाने वालों गुरुओं के प्रति आभार जताने को प्रभात खबर ने गुरुवार की शाम सजायी थी़ रांची विवि के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित गुरु सम्मान समारोह में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय और रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश पांडेय से शिक्षकों को शॉल ओढ़ा, प्रशस्ति पत्र दिला कर शिक्षकों का मान बढ़ाया गया़
76 स्कूलों के प्राचार्यों और शिक्षकों को सम्मान देकर प्रभात खबर गौरवान्वित हुआ़ इसके बाद सजी सुर संध्या में राजस्थानी लोक संगीत के मशहूर कलाकार मामे खां ने अपनी प्रस्तुति से सबका दिल छू लिया़
देर शाम तक मामे खां अपनी जादुई आवाज और दिलकश अंदाज से खचाखच भरे सभागार में लोगों की तालियां बटोरते रहे़ समारोह में प्रभात खबर के वरीय संपादक अनुज सिन्हा, कार्यकारी निदेशक रंजीत कुमार दत्ता, बिजनेस हेड विजय बहादुर समेत शिक्षा और कला जगत के गणमान्य लोग उपस्थित थे़ कार्यक्रम का संचालन राजश्री ने किया.
गुरुओं की माताओं को प्रणाम: कुलपति
कुलपति डॉ रमेश पांडेय ने आयोजन के लिए प्रभात खबर की सराहना करते हुए कहा कि मां को बच्चे की पहली गुरु होती हैं. अनपढ़ मां भी अपने बच्चों को संस्कृति और शिक्षा देकर राह दिखाती हैं. गुरुओं को सम्मान देने के मौके पर उन मांओं को प्रणाम, जिन्होंने ऐसे सपूत जन्म दिये जो शिक्षक बन कर समाज को आदर्श बनाने में जुटे है़ डॉ पांडेय ने कहा : पिछले 50 वर्षों से मेरा रांची से संबंध रहा है़ रांची एडुकेशन हब के रूप में विकसित हुआ है़
स्कूली रिजल्ट में रांची पूरे देश में अव्वल स्थान पर आती है़ इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में रांची के छात्र आगे रहते हैं. रांची के पढ़े लोग विदेशों में भी बेहतर कर रहे हैं. रांची के स्कूलों के मैनेजमेंट, प्राचार्य और शिक्षकों ने ही छात्रों को इस मुकाम पर पहुंचाया है़
प्रभात खबर की साहसपूर्ण और जिम्मेदार पत्रकारिता : सरयू राय
खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने गुरु सम्मान समारोह के आयोजन को गरिमामयी और प्रेरणादायक बताते हुए प्रभात खबर की सराहना की. उन्होंने कहा कि उद्गम स्थल होने के कारण प्रभात खबर के लिए रांची खास रही है.
30 वर्ष पहले क्षेत्रीय अखबार के रूप में शुरू हुये प्रभात खबर की पहचान अब राष्ट्रीय स्तर पर होती है. समाज के प्रबुद्ध लोग प्रभात खबर देश का सर्वश्रेष्ठ हिंदी अखबार बताते हैं. प्रभात खबर से जुड़ी हस्तियों को राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता है़
अखबार से अपने रिश्तों की चर्चा करते हुए श्री राय ने कहा : वर्षों पहले स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते हुए मैं स्थायी स्तंभकार के रूप में प्रभात खबर से जुड़ा़ तब मैं और भी अखबारों में लिखता था़
मेरी लंबी श्रृंखला छापने का वादा करनेवाले अखबारों ने मेरे लेखों को आधे में ही छापने से मना कर दिया़ पूछने पर बताया जाता कि कटु सत्य पाठकों के सामने नहीं रखने की कई मजबूरियां हैं, लेकिन, प्रभात खबर ने ऐसा कभी नहीं कहा़ मेरे लेख प्रभात खबर में हूबहू छापे गये़ लोग मेरे लेखों के कारण प्रभात खबर को अदालत भी ले गये़, लेकिन, प्रभात खबर कभी पीछे नहीं हटा़ साहसपूर्ण और जिम्मेदार पत्रकारिता करते हुए प्रभात खबर ने मुकाम हासिल किया़ प्रभात खबर को कॉरपोरेट ने अपने चंगुल में लेने की कोशिश की़, परंतु, आर्थिक लाभ को दरकिनार कर प्रभात खबर के प्रकाशक, प्रबंधन और पत्रकारों ने बड़ी पूंजी को ठुकरा दिया़ अखबार में छपी एक खबर का उदाहरण देने हुए श्री राय ने कहा : प्रभात खबर जिम्मेवार पत्रकारिता करता है़ सूचना के साथ ज्ञान भी देता है़ सूचना संग्रह करने में प्रभात खबर सर्वोत्तम है़
अपनी खबरों और लेखों से प्रभात खबर ने विकास और लोगों की भलाई के लिए कई आंदोलन भी खड़े किये. इसके संपादकीय में गंभीर लेखों के साथ कुरेदने वाले व्यंग्य के तीर भी होते हैं. उन्होंने कहा कि प्रभात खबर का तेवर बरकरार रहे, आम आदमी की आवाज के रूप में सदा साथ रहे, यही मेरी कामना है़
शिक्षा नीति पर नयी दिल्ली में बैठक
डॉ रश्मि ने आदिवासी महिलाअों का मुद्दा भी उठाया
रांची़ नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीइ) द्वारा नयी शिक्षा नीति को लेकर दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. नयी दिल्ली में आयोजित इस बैठक का विषय नयी शिक्षा नीति-शिक्षक शिक्षा रखा गया था.
छह व सात सितंबर को आयोजित इस बैठक में एनएचआरडी के कार्यकारी सचिव एमके काउ, एनसीटीइ के अध्यक्ष प्रो संतोष पांडा, संतोष कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग एंड एजुकेशन, तुपुदाना की निदेशक डॉ रश्मि विशेष रूप से उपस्थित थीं. डॉ रश्मि ने इस अवसर पर आदिवासी महिला शिक्षकों के कौशल विकास तथा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में लैटरल इंट्री को मान्यता देने के पक्ष में अपने विचार रखे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें