रांची: राज्य पुस्तकालय रांची में अब किताबें रखने की जगह नहीं है. पुस्तकालय में कुल 73,537 किताबें हैं. जगह के अभाव में वैसी किताब, जिनकी मांग कम है, उसे हॉल में रख दिया गया है.
पुस्तकालय मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा संचालित है. पुस्तकालय को पिछली बार वर्ष 2011 में किताबें दी गयी थीं. इस वर्ष भी किताबें देने की योजना है, पर पुस्तकालय में अब यहां जगह नहीं है. पुस्तकालय की शुरुआत लगभग चार हजार किताबों से हुई थी. आज पुस्तकालय में 73,537 पुस्तकें हैं. पुस्तकालय में हिंदी के 53,686 व अंगरेजी के 19,851 पुस्तकें हैं. इतनी किताबों की देखरेख के लिए मात्र दो कर्मचारी है. एक पृथकार व दूसरा वर्गीकर्ता. इन दोनों कर्मचारी के जिम्मे किताबों की देखरेख की जिम्मेदारी है. पुस्तकालय में मैन पावर की भी कमी है. वर्ष 1953 में सृजित पद के अनुरूप ही आज भी कर्मचारी कार्यरत हैं. पुस्तकालय अध्यक्ष समेत कुल सात पद हैं, जिसमें छह कर्मचारी कार्यरत हैं.
प्रतिदिन आते हैं 500 विद्यार्थी : पुस्तकालय में प्रतिदिन 450 से 500 विद्यार्थी आते हैं. पुस्तकालय में 250 विद्यार्थियों के बैठने की जगह है. विद्यार्थी बाहर मैदान में बैठ कर पढ़ाई करते हैं. पुस्तकालय आनेवाले 90 फीसदी विद्यार्थी प्रतियोगिता की तैयारी करनेवाले हैं. छात्र प्रतियोगिता परीक्षा से जुड़ी पुस्तकों की मांग अधिक करते हैं.
पुस्तकालय एक नजर में
पुस्तकालय की स्थापना : 1953
पुस्तकालय में किताब : अंगरेजी – 19,851/ हिंदी- 53,686
प्रतिदिन आनेवाले विद्यार्थी : 500
कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी : छह