Advertisement
डॉ कलाम की कमी हमेशा खलेगी
भारत रत्न सह पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर मंगलवार को विधानसभा सचिवालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. अलग-अलग शोकसभाओं में कई राजनीतिक दलों व राजनेताओं ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस मौके पर कलाम के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया. स्पीकर, सचिव सहित कई […]
भारत रत्न सह पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर मंगलवार को विधानसभा सचिवालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. अलग-अलग शोकसभाओं में कई राजनीतिक दलों व राजनेताओं ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस मौके पर कलाम के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया.
स्पीकर, सचिव सहित कई अधिकारी काम पर लगे रहे
रांची : पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को मंगलवार को विधानसभा सचिवालय में याद किया गया. परिसर में शोक सभा आयोजित की गयी. मौके पर स्पीकर दिनेश उरांव, अधिकारी और कर्मचारियों ने श्रद्धांजलि दी.
शोक सभा में स्पीकर श्री उरांव ने कहा कि डॉ कलाम महान वैज्ञानिक और कोमल हृदय के व्यक्ति थे. भारत के प्रथम नागरिक के रूप में उन्होंने संसदीय परंपरा को सर्वोच्चता प्रदान की और संपूर्ण जीवन भारत को विकसित राष्ट्र और भारतीय जनमानस की उन्नति के लिए कार्य किया.
स्पीकर ने डॉ कलाम की भावनाओं को रेखांकित करते हुए बताया कि उनकी मृत्यु की घोषणा के उपरांत कार्यालय बंद नहीं किया जाये, बल्कि अधिक कार्य किये जायें. डॉ कलाम की भावना के अनुरूप स्पीकर ने सचिवालय के अधिकारी-कर्मियों को अवकाश पर जाने का निर्णय उनके विवेक पर छोड़ दिया. स्पीकर, सचिव सहित कई अधिकारी-कर्मचारी कार्य करते रहे.
रांची : कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को याद किया. कांग्रेस भवन में श्रद्धांजलि दी गयी. गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा रांची के मुख्य ग्रंथी विक्रमजीत सिंह और मौलाना मो रिजवान प्रार्थना सभा में मुख्य रूप से मौजूद थे. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि डॉ कलाम देश के विभूति थे.
भारत को दुनिया में प्रतिष्ठा दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे. परमाणु परीक्षण और अंतरिक्ष में भारत का नाम विश्व में पटल पर आगे किया.
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता प्रदेश महासचिव शमशेर आलम और संचालन राजेश गुप्ता छोटू ने किया. मौके पर राजीव रंजन प्रसाद, सूर्यकांत शुक्ला, राजेश ठाकुर, उदय शंकर ओझा, लाल किशोर नाथ शाहदेव, अजय राय, आभा सिन्हा, सनील सिंह, दिलीप दराद, हरिहर मल्लिक, फिरोज रिजवी सहित कई कांग्रेस नेताओं ने श्रद्धाजंलि दी.
सुबोधकांत ने डॉ कलाम के अंतिम दर्शन किये : पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने दिल्ली में डॉ कलाम के आवास पहुंच कर पार्थिव शरीर का दर्शन किया. श्री सहाय ने कहा कि डॉ कलाम का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वह बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा स्नेत थे. डॉ कलाम भविष्य के योजनाकार और पथ प्रदर्शक थे.
श्री सहाय ने बताया कि जब वह 22 मई 2004 को केंद्रीय मंत्री बने, तो तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने ही मंत्री पद की शपथ दिलायी थी. श्री सहाय ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement