रांची: राज्य में निजी क्षेत्र की फैक्ट्रियां चालू नहीं हो पा रही हैं. आधा दर्जन से अधिक कंपनियां हैं तकनीकी पेंच में फंसी हैं. उत्पादन शुरू नहीं कर पा रही हैं. इन कंपनियों के शुरू होने पर हजारों लोगों को रोजगार मिलेंगे. इन कंपनियों को विभिन्न विभागों का क्लीयरेंस नहीं मिल पा रहा है. इसके परिणामस्वरूप परियोजनाओं में देर हो रही है.
तिथि बढ़ रही है
एस्सार पावर ने अपने चंदवा स्थित टोरी-1 और टोरी-2 परियोजना को चालू करने की तिथि दिंसबर 2013 से बढ़ाकर दिसंबर 2015 कर दिया है. अभिजीत ग्रुप ने भी दिसंबर 2012 से बढ़ाकर दिसंबर 2014 कर दिया है. कोल स्कैम में नाम आने पर फिलहाल कंपनी वित्तीय संकट से जूझ रही है. पिछले आठ माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है.
कंपनी के चंदवा स्थित प्लांट के सारे कर्मचारी और अधिकारी चार अक्तूबर से हड़ताल पर हैं. कांड्रा में आधुनिक ग्रुप के पावर प्लांट से 540 मेगावाट उत्पादन हो रहा है. पर इस कंपनी के समक्ष भी लगातार कोयले का संकट हो रहा है. जिसकी वजह से कंपनी ने फेज-2 परियोजना को फिलहाल स्थगित रखा है. इनलैंड पावर ने अपनी तिथि जनवरी 2013 से बढ़ाकर दिसंबर 2013 कर दी है. वहीं इलेक्ट्रो स्टील का मामला भी क्लीयरेंस नहीं होने के कारण फंसा हुआ है. अभिजीत ग्रुप के सरायकेला स्थिति स्टील प्लांट में भी पेंच है.