रांची: रांची विवि सीनेट के लिए अंगीभूत कॉलेजों व पीजी विभागों में 14 साल बाद शिक्षक प्रतिनिधि व 30 साल बाद कर्मचारी प्रतिनिधि चुनाव हुआ. तीन अक्तूबर को हुए मतदान के बाद चार अक्तूबर को बेसिक साइंस भवन स्थित पीजी भौतिकी विभाग में सुबह साढ़े 10 बजे से डॉ यूसी मेहता की अध्यक्षता में मतगणना शुरू हुई.
10 बजकर 55 मिनट पर पहला परिणाम आया. इसमें डोरंडा कॉलेज से अशोक कुमार सिंह विजयी घोषित किये गये. उस समय अजीब स्थित हो गयी, जब बीएस कॉलेज लोहरदगा में दो प्रत्याशियों के वोट की संख्या समान हो गया. डॉ कंजीव लोचन व डॉ विरेंद्र कुमार सिंह को सात-सात वोट मिले. जबकि तीसरे प्रत्याशी को छह वोट मिले. मतगणना अधिकारियों ने अपनी तसल्ली के लिए दो बार गिनती की, लेकिन हर बार वोट की संख्या टाइ होने के बाद उक्त सीट पर विजेता की घोषणा नहीं की जा सकी.
इनमें एक उम्मीदवार विरेंद्र सिंह रांची से बाहर थे, जबकि डॉ कंजीव लोचन फिर से चुनाव की मांग कर रहे थे. बाद में विवि नियमानुसार लॉटरी के माध्यम से डॉ कंजीव लोचन का चयन किया गया. डॉ विरेंद्र सिंह के प्रतिनिधि एसएन सिंह व डॉ कंजीव लोचन की उपस्थिति में दोनों प्रत्याशियों का नाम लिखकर एक बक्से में डाला गया. भौतिकी विभाग के एक बुजुर्ग कर्मचारी से पुरजा निकाला गया, जिसमें डॉ कंचीव लोचन विजयी हुए.