Advertisement
भूमिगत जल का दोहन हरमू निवासियों की मजबूरी
रिचार्ज जोन में बड़े पैमाने पर निर्माण से बढ़ा संकट आनंद रांची : हरमू क्षेत्र में जल संकट गहराता जा रहा है. पिछले एक माह से इलाके में औसतन दो डीप बोरिंग रोजाना हो रहे हैं. लोग दोबारा डीप बोरिंग करा रहे हैं, जो न्यूनतम 250 से 350 फीट तक किया जा रहा है. भूगर्भशास्त्री […]
रिचार्ज जोन में बड़े पैमाने पर निर्माण से बढ़ा संकट
आनंद
रांची : हरमू क्षेत्र में जल संकट गहराता जा रहा है. पिछले एक माह से इलाके में औसतन दो डीप बोरिंग रोजाना हो रहे हैं. लोग दोबारा डीप बोरिंग करा रहे हैं, जो न्यूनतम 250 से 350 फीट तक किया जा रहा है. भूगर्भशास्त्री ओपी सिंह इसकी बड़ी वजह अंधाधुंध भूमिगत जल का दोहन और रिचार्ज जोन का लगातार सिकुड़ना बताते हैं. वे कहते हैं कि हरमू क्षेत्र का रिचार्ज जोन अरगोड़ा-कडरू से स्वर्णरेखा की ओर जानेवाली बरसाती नाले और दोनवाले क्षेत्र हैं.
इन सारे इलाके में बड़े पैमाने पर कंस्ट्रक्शन का काम हुआ है. अरगोड़ा में अरगोड़ा तालाब के बगल से हरमू बाइपास रोड में और दोन क्षेत्र में बनी बहुमंजिली इमारतें, हरमू पेट्रोल पंप से पूर्व में गुजरनेवाले नाले, सहजानंद चौक से गुजरनेवाले नालों और क्षेत्रों में बहुमंजिली इमारतें बन जाने से पानी रिचार्ज नहीं हो पा रहा है अथवा उसकी गति काफी धीमी हो गयी है. भूमिगत जल सीमित है. उसका पहला लेयर एक्वाफर जोन का 80 फीसदी दोहन हो चुका है. अब पानी के लिए लोग डीक्वाफर जोन में प्रवेश कर रहे हैं.
सरकार इन समस्त क्षेत्रों में डैमों से जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं करती, तो समस्त इलाके का पानी खत्म हो जायेगा. इस इलाके में मात्र 10 फीसदी लोगों के घरों में सरकारी जलापूर्ति की सुविधा है. 90 फीसदी लोग निजी बोरिंग पर आश्रित हैं. यह इलाका राजधानी का सबसे बड़ा रिहायशी इलाका है, जो नया बसा है.
इन इलाकों में पाइपलाइन भी नहीं बिछायी गयी है. पर्यावरण की चिंता किये बगैर अनियोजित ढंग से लोग बस रहे हैं. ओपी सिंह का कहना है कि जितनी गहराई में हम जायेंगे, जल में आर्सेनिक मिलने की संभावना बढ़ेगी. साथ ही बीमारियां भी लोगों को चपेट में लेंगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement