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व्यापारी करें निवेश, सरकार देगी सुरक्षा
झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन में बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास रांची : मारवाड़ी समाज अपनी गौरवशाली परंपरा के लिए जाना जाता है. आजादी से लेकर अलग झारखंड राज्य बनने तक मारवाड़ी समाज की अग्रणी भूमिका रही है. अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण अंग है यह समाज. पूंजीपति देश एवं राज्य की शान हैं. विकास में इनका अहम योगदान […]
झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन में बोले मुख्यमंत्री रघुवर दास
रांची : मारवाड़ी समाज अपनी गौरवशाली परंपरा के लिए जाना जाता है. आजादी से लेकर अलग झारखंड राज्य बनने तक मारवाड़ी समाज की अग्रणी भूमिका रही है. अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण अंग है यह समाज. पूंजीपति देश एवं राज्य की शान हैं. विकास में इनका अहम योगदान रहता है.
इसलिए मारवाड़ी समाज पूंजीनिवेश करे, सरकार सुरक्षा प्रदान करेगी. कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जायेगा. उक्त बातें रविवार को हरमू रोड स्थित मारवाड़ी भवन में आयोजित झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के पांचवें प्रांतीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही.
उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री हैं, तो इसी समाज के हैं, ट्रस्टी के रूप में. मारवाड़ी समाज के लोगों से उन्होंने आग्रह है कि वे एक-दो स्कूल को गोद लें. इधर, सुबह 11 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ राजकुमार केडिया द्वारा झंडोत्ताेलन से हुआ. अतिथियों को राजस्थानी पगड़ी एवं शाल देकर सम्मानित किया गया. मौके पर राजकुमार केडिया, रामअवतार पोद्दार, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, चेंबर अध्यक्ष रतन मोदी, सचिव पवन शर्मा सहित कई लोग मौजूद थे. संचालन वेद प्रकाश अग्रवाल ने किया.
राज्य को लूटने नहीं दिया जायेगा : रघुवर दास ने कहा कि राज्य को लूटने नहीं दिया जायेगा.
राज्य में टॉल फ्री नंबर 181 का शुभारंभ किया गया है. आप उसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करें. भ्रष्ट अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जायेगा. कानूनी कार्रवाई की जायेगी. हम झारखंड को शांति प्रिय राज्य बनाना चाहते हैं. सरकार छोटी होती है, लेकिन समाज बड़ा होता है. सवा करोड़ जनता अगर विकास के लिए चिंता करे, तो पांच साल में राज्य को विकसित राज्य की श्रेणी में ला देंगे. झारखंड 10 साल में देश का सबसे समृद्ध राज्य बन जायेगा.
आठवीं अनुसूची में शामिल हो राजस्थानी भाषा : सरावगी
विनय सरावगी ने कहा कि राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाये, क्योंकि 10 करोड़ से ज्यादा लोग राजस्थानी भाषा बोलते हैं. हम मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हैं कि झारखंड में इसे द्वितीय भाषा का दर्जा दिया जाये. राजस्थान अकादमी बनायी जाये.
नंदलाल रूगंटा ने कहा कि भारत देश के कोने-कोने में मारवाड़ी समाज के लोग हैं. समाज में बहुत परिवर्तन हुआ है. पहले लड़कियों को पढ़ने नहीं दिया जाता था, बाल विवाह की परंपरा थी, विदेश नहीं जाने दिया जाता था. अब ऐसा नहीं है. धर्मचंद्र जैन रारा ने कहा कि समाज के लिए हम कार्य करते हैं. कैसे राज्य का विकास हो, इसकी चिंता हम करते हैं.
युवाओं को सामाजिक दायित्व बताना होगा. उनके अंदर धन संचय की आदत डालनी होगी. भाग चंद्र पोद्दार ने कहा कि समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष कोष बनाया गया है, जिसके माध्यम से समाज के युवाओं को बिना ब्याज के ऋण दिया जायेगा. रोजगार पाने के बाद वह इसका भुगतान कर सकेंगे. राजकुमार केडिया ने कहा कि उन्होंने अपनेकार्यकाल में समाज के लिए बहुत कुछ करने का प्रयास किया, जिसको आगे बढ़ाना है. मौके पर कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे.
हर क्षेत्र में है मारवाड़ी समाज का योगदान: सीपी सिंह
मारवाड़ी समाज देश के हर कोने में हैं. आर्थिक, सामाजिक, शिक्षा एवं सांस्कृतिक हर क्षेत्र में मारवाड़ी समाज का योगदान रहता है. राजस्थान वीरों की भूमि है. मुगल काल में हमारे पूर्वज भी राजस्थान के सीकर से पलामू आ गये थे. राज्य ही नहीं समाज के हर क्षेत्र में मारवाड़ी समाज खुशबू फैला रहा है. मारवाड़ी समाज मेहनत, व्यवहार कुशलता के लिए जाना जाता है. मारवाड़ी एक दिन में समृद्ध नहीं हो जाते हैं, वर्षो के त्याग के बाद उन्हें यह मुकाम मिलता है.
नयी पीढ़ी दायित्व समङो : बाबूलाल मरांडी
मारवाड़ी समाज का देश एवं राज्य में अहम योगदान रहा है. सुदूर से सुदूर क्षेत्र में यह समाज मिल जायेगा. यह समाज सामाजिक कार्य के लिए जाना जाता है, जिसे युवा पीढ़ी को समझना होगा. उन्हें अपने दायित्व को समझना चाहिए. समाज के बुद्धिजीवी एवं बुजुर्ग युवाओं को सामाजिक कार्य से जोड़ने का प्रयास करें.
अर्थशास्त्री है मारवाड़ी समाज : सुबोधकांत सहाय
मारवाड़ी समाज अर्थशास्त्री है. विकास, व्यवसाय एवं अर्थशास्त्र इनके रगों में हैं. राज्य के मारवाड़ी समाज को बदलना होगा, अपनी भूमिका निभानी होगी. कई व्यवसायी इस राज्य को छोड़ कर अन्य राज्य में चले गये, क्योंकि परिस्थिति ऐसी नहीं बन पायी. समाज के लोग भावना में बह कर अपने व्यवसाय को प्रभावित नहीं करें.
सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन
अधिवेशन में शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन रेखा पंडया के निर्देशन में किया गया, जिसमें बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी. मंगल नृत्य, भजन नृत्य, मारवाड़ी लोक नृत्य, राजस्थानी नृत्य बच्चों ने प्रस्तुत किया. राजस्थानी लोक नृत्य घूमर की प्रस्तुति दी गयी. आयोजन में राकेश जैन, हेमंत सेठी एवं सोनल सेठी ने सहयोग किया.
कार्यक्रम में इन्होंने किया सहयोग
ललित पोद्दार, विनोद जैन, पवन पोद्दार, अनिल अग्रवाल, मनोज बजाज, प्रमोद सारस्वत, पवन शर्मा, जगदीश सेन, रतन मोदी, राजकुमार मारू, महेश पोद्दार, धर्मचंद्र बजाज, रवि, संजीव विजयवर्गीय, वेद प्रकाश बागला, डॉ सोनाली, विद्याधर शर्मा, विनोद बंका, प्रकाश बजाज, रेखा पंडया आदि ने सहयोग किया.
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