Advertisement
69 की जगह मात्र 24 विद्यार्थी ही मिले
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने किया स्कूलों का दौरा राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय में 200 बेड में 380 छात्राएं रांची : बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ मनोज कुमार गुरुवार को शहर के तीन स्कूलों, राजकीय मध्य हिंदी विद्यालय थड़पखना व राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय इस्ट जेल रोड का निरीक्षण […]
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने किया स्कूलों का दौरा
राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय में 200 बेड में 380 छात्राएं
रांची : बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ मनोज कुमार गुरुवार को शहर के तीन स्कूलों, राजकीय मध्य हिंदी विद्यालय थड़पखना व राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय इस्ट जेल रोड का निरीक्षण किया. इस दौरान थड़पखना स्थित स्कूल में नामांकित 69 विद्यार्थियों में से 24 ही उपस्थित पाये गये.
इस संबंध में पूछने पर स्कूल की प्राचार्या इएल टोपनो ने बताया कि बारिश की वजह से विद्यार्थी अनुपस्थित रहे. इस विद्यालय में स्थायी शिक्षक दो हैं. पारा टीचर तीन हैं. देखा गया कि एक ही कमरे में दो-तीन कक्षाएं चल रही हैं.
स्कूल की चहारदीवारी भी टूटी हुई थी. डॉ मनोज ने तत्काल स्कूल की प्राचार्या को निर्देश दिया कि चहारदीवारी की मरम्मत कराये. स्कूल परिसर में झाड़ियों को भी साफ करने को कहा. साथ ही राइट टू एजुकेशन द्वारा निर्धारित मापदंड का अनुपालन करने का भी निर्देश दिया है.
राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. यह आवासीय विद्यालय 200 बेड का है. लेकिन, इसमें 380 छात्राएं रहती हैं. खेल का मैदान भी नहीं है. शिक्षक हैं पर नियमित नहीं हैं.
पढ़ाई के साथ काम भी करते हैं बच्चे
निरीक्षण के दौरान डॉ मनोज ने थड़पखना स्थित एनसीएलपी द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ रहे बच्चों से पूछताछ की. इस क्रम में बच्चों ने बताया कि वे नियमित स्कूल आते हैं. पढ़ाई के साथ-साथ काम भी करते हैं.
जो बच्चे काम कर पढ़ाई करते हैं उनमें ज्योति कुमारी, पुष्पा लकड़ा, रोशनी कुमारी, शिल्पा बिन्हा, सीता बाखला, आरती कच्छप, संतोषी कच्छप, धीरज बिन्हा, चंदन लकड़ा, प्रकाश टोप्पो शामिल है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement