रांची: रिम्स में भरती तीन और मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है. ये तीनों दो दिन पहले भरती हुए थे. इनका इलाज रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है. इसके साथ ही रिम्स में भरती डेंगू पीड़ितों की संख्या 12 पहुंच गयी है. रिम्स में पहले से भरती डेंगू के नौ मरीजों के स्वस्थ होने पर उनको छुट्टी दे दी गयी है. इधर, राजधानी के निजी अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों के भरती होने की सूचना है. गुरुनानक अस्पताल में हटिया डीएसपी अनुरंजन किस्पोट्टा का इलाज किया गया.
सदर अस्पताल व डोरंडा औषधालय से रिम्स आते है मरीज : सदर अस्पताल रांची एवं डोरंडा औषधालय में डेंगू के संदिग्ध मरीज को इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया जाता है. अस्पताल में डेंगू के मरीजों के इलाज की सुविधा नहीं है, क्योंकि ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू नहीं हो पायी है. मरीज को प्लेटलेट्स की आवश्यकता होती है, जो रिम्स में उपलब्ध है. डॉ डीके सिंह ने बताया कि सदर अस्पताल एवं सीएचसी में जांच किट की सुविधा है. पुष्टि होने पर रिम्स रेफर किया जाता है.
डेंगू के इलाज के लिए तैयार है रिम्स : रिम्स निदेशक डॉ तुलसी महतो ने बताया कि डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में पूरी व्यवस्था है. जांच के लिए किट उपलब्ध है. ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स भी उपलब्ध है. आइसोलेशन वार्ड में 34 बेड है. मच्छरदानी एवं दवाएं भी प्र्याप्त मात्र में उपलब्ध है. रिम्स में पूर्व में भरती नौ मरीजों को स्वस्थ कर घर भेज दिया है.