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दक्षिणी छोटानागपुर के लिए कृषि रथ रवाना, मुख्यमंत्री ने की घोषणा कृषक मित्रों को छह हजार मानदेय
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोषणा की कि अब कृषक मित्रों को प्रति वर्ष छह हजार रुपये मानदेय दिया जायेगा. पहले यह चार हजार रुपये था. सीएम ने कहा कि वर्ष 2016-17 में अच्छा काम करने पर कृषक मित्रों को इतना मानदेय मिलेगा, जिससे वे अपना भरण पोषण सामान्य तरीके से कर सकें. चेक डैम […]
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोषणा की कि अब कृषक मित्रों को प्रति वर्ष छह हजार रुपये मानदेय दिया जायेगा. पहले यह चार हजार रुपये था. सीएम ने कहा कि वर्ष 2016-17 में अच्छा काम करने पर कृषक मित्रों को इतना मानदेय मिलेगा, जिससे वे अपना भरण पोषण सामान्य तरीके से कर सकें. चेक डैम निर्माण का काम भी 2016-17 से कृषक समिति से करायी जायेगी. कृषक ही तय करेंगे कि कहां चेक डैम बनेगा. इसकी 80 फीसदी राशि किसानों के खाते में डाल दी जायेगी. 20 फीसदी किसानों को वहन करना होगा. मुख्यमंत्री बुधवार को मोरहाबादी मैदान में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के लिए कृषि रथ को रवाना करने के पूर्व किसानों को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अच्छा काम करनेवाले कृषक मित्रों को 15 नवंबर को पुरस्कृत किया जायेगा. एक माह चलनेवाले स्थापना दिवस में अच्छा काम करनेवाले अधिकारी और कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किये जायेंगे. सरकार किसानों को दूसरे राज्यों में भी भेजेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि और उद्योग के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए. राज्य या देश तभी खुशहाल होगा, जब किसान खुशहाल होंगे. उन्होंने कहा कि कृषि रथ अब साल में दो बार निकाला जायेगा.
समन्वय से करना होगा विभागों को काम : विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने कहा कि कृषि विकास के लिए आधारभूत संरचना विकसित करनी होगी. सिंचाई, वन, पशुपालन, सहकारिता विभाग के बीच समन्वय करना होगा. केवल सरकारी लॉलीपॉप से कृषि का विकास नहीं हो सकता है. किसानों को भी सरकार के साथ मिलकर काम करना होगा.
गांव में जायेंगे अधिकारी : कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिकारियों को गांवों में जाना होगा. किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की जानकारी देनी होगी. 40 प्रखंडों में पशु हॉस्टल का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य को मछली उत्पादन का हब बनाने के लिए प्रयास करना है. इस दिशा में अच्छा काम हो रहा है.
तीन सालों में कि सानों को मिल जायेगी भूमि की जानकारी : मुख्य सचिव राजीव गौबा ने कहा कि कृषि रथ में किसानों की भूमि जांचने की सुविधा है. अगले तीन साल में राज्य के सभी किसानों की भूमि जांच करा दी जायेगी. उसके तीन साल बाद फिर मिट्टी जांच करायी जायेगी. इससे पता चल पायेगा कि मिट्टी में क्या बदलाव हुआ है. कई सिंचाई योजनाएं रुकी है. इसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है. अतिथियों का स्वागत विभागीय सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी तथा धन्यवाद ज्ञापन कृषि निदेशक जटाशंकर चौधरी ने किया. इस मौके पर विकास आयुक्त आरएस पोद्दार, जिला परिषद अध्यक्ष सुंदरी तिर्की ने भी विचार रखे. मंच पर विशेष सचिव पूजा सिंघल, निदेशक भूमि संरक्षण राजीव कुमार, निदेशक उद्यान प्रभाकर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार भी मौजूद थे.
बीज वितरण की शुरुआत : बीज विनियम कार्यक्रम के तहत रांची जिले में बीज वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. सांकेतिक रूप से कुछ किसानों को धान बीज दिया गया. रांची जिले के किसानों को मृदा स्वास्थ्य जांच कार्ड और कृषि उपकरण भी दिये गये.
कृषि उपकरण बैंक की शुरुआत
रांची . ग्रामीण स्तरीय कृषि उपकरण बैंक की शुरुआत बुधवार से हो गयी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मोरहाबादी मैदान से इसकी शुरुआत की. किसान समूह के बीच बैंक के उपकरण बांटे गये. इसमें एक ट्रैक्टर, रोटावेटर, पावर टिलर, पंप सेट सहित 12 उपकरण हैं. भूमि संरक्षण निदेशक राजीव कुमार के अनुसार, इसमें किसान समूह को 75 फीसदी अनुदान दिया गया है.
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