सिकिदिरी : सिकिदिरी परियोजना द्वारा विस्थापितों व प्रभावितों को बिजली नि:शुल्क देने का आश्वासन मिला था. बिजली तो नि:शुल्क नहीं मिली, लेकिन झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा उपभोक्ताओं को दो-दो जगहों से बिल जरूर भेजा जा रहा है. यह कार्य लगभग दो साल से हो रहा है.
एक बिजली बिल ओरमांझी इलेक्ट्रिक सब डिवीजन ओरमांझी से, तो दूसरा इलेक्ट्रिक सब डिवीजन टाटीसिलवे से भेजा जाता है. दोनों बिल विपत्रों में उपभोक्ता संख्या अलग-अलग दर्ज है. अब उपभोक्ता संशय में हैं कि कौन सा बिल का भुगतान करें. यह स्थिति पीपराटोला, मिर्चा टोला, सारूवेड़ा व मैलघोंसा आदि गांवों के करीब 300 उपभोक्ताओं की है.
उदाहरण स्वरूप बटिया देवी (पति-स्व हरिपदो गंझू) को ओरमांझी इलेक्ट्रिक सब डिवीजन ओरमांझी से जो बिल भेजा गया है, उसमें उपभोक्ता संख्या -एसकेडी01/एसकेडी 604 दर्ज है. इस बिल के तहत 5299 रुपये का भुगतान करना है. वहीं दूसरा बिल टाटीसिलवे से भेजा गया है, जिसमें उपभोक्ता संख्या-एमएएलजीओ/एएनपीएल 1050 दर्ज है, जिसमें 146 का बिल दिखाया गया है.