रांचीः सर! कॉलेज आना मुश्किल हो गया है. ऑटो में मनचले छेड़ते हैं. ऑटो में लड़की को अकेली देख ऑटो वाले अश्लील गाने बजाने लगते हैं. विरोध करने में डर लगता है. हद तो तब हो जाती है, जब पैदल जाने पर पान दुकान पर खड़े मनचले सिगरेट के धुएं का छल्ला बना कर मुंह पर फेंकते हैं. इस तरह की हरकतों से आखिर कब छुटकारा मिलेगा?
बुधवार को रांची वीमेंस कॉलेज में आयोजित पुलिस-पब्लिक मीट में पुलिस अधिकारियों के समक्ष छात्राओं ने खुल कर अपनी समस्या बतायी. छात्राओं ने बताया कि सिटी बसों में भी उनसे र्दुव्यवहार होता है. ट्रैफिक एसपी राजीव रंजन ने कहा कि अगर ऑटो में छेड़खानी होती है तो शोर करें और चौक पर खड़ी पुलिस को ऑटो चालक की हरकतों के बारे में बतायें. अगर अकेली हैं तो ऑटो का नंबर नोट कर संबंधित थाना को एसएमएस कर दें.
किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना डायल-100 पर भी दे सकते हैं. पुलिस पब्लिक मीट में छात्राओं ने पुलिस की भूमिका पर भी उंगली उठायी. छात्राओं ने बताया कि शिकायत दर्ज कराने में भी डर लगता है क्योंकि, पुरुष पुलिसकर्मी कई सवाल करते हैं. शिकायत करने जाने पर ऐसा लगता है जैसे हम स्वयं दोषी हैं.
मौके पर डीआइजी शीतल उरांव, एसएसपी साकेत कुमार सिंह, सिटी एसपी मनोज रतन, एसएसपी जया राय समेत कई पुलिस अधिकारी और सैकड़ों छात्राएं मौजूद थीं. रणधीर वर्मा मेमोरियल फाउंडेशन की ओर से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. मौके पर फाउंडेशन के सचिव मो असगर अली ने पुलिस पब्लिक मीट के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला.