रांची: वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार झारखंड की कुल आबादी 3.29 करोड़ है. इनमें से 1.60 करोड़ महिलाएं हैं. वहीं पढ़-लिख सकनेवाली साक्षर महिलाओं की संख्या राज्य भर में 74.45 लाख है. यानी राज्य की 55.4 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं.
वैसे जिले जो पहले एक थे व हाल के वर्षो में दो हो गये हैं, वहां महिला साक्षरता में भी अंतर है. जैसे रांची (67.4 फीसदी) व खूंटी (53.7), पलामू (52.1 फीसदी) व लातेहार (48.7), हजारीबाग (59.0 फीसदी) व रामगढ़ (63.1 फीसदी), गुमला (55.9 फीसदी) व सिमडेगा (59.9 फीसदी). स्पष्ट रूप से राज्य के उन जिलों में जहां शहरी आबादी अधिक है, वहां पुरुष व महिला साक्षरता दर भी अधिक है. शिक्षण संस्थानों की संख्या व पढ़ने-लिखने के अवसर सहित सामाजिक सोच भी इसका कारण हो सकता है. इन सबके बावजूद खुश होने की बात यह है कि 10 वर्ष पहले (जनगणना-2001) के मुकाबले अब महिलाओं में भी साक्षरता बढ़ी है. राज्य का कोई जिला नहीं, जहां साक्षरता दर 40 फीसदी से कम हो.
महिलाओं की साक्षरता दर में वृद्धि के लिए ही सरकार ने राज्य के सभी जिलों में कम से कम एक वीमेंस कॉलेज खोलने का निर्णय लिया था, पर इसकी रफ्तार बेहद सुस्त है. अभी राज्य के 24 में से 14 जिलों में कोई महिला कॉलेज नहीं है. रांची, जमशेदपुर, बोकारो, गिरिडीह, धनबाद, हजारीबाग, पलामू, देवघर चाईबासा व दुमका जिले में ही पहले से एक-दो वीमेंस कॉलेज है.