रांची: वेजफेड के निदेशक रमोद नारायण झा ने बिना एकरारनामा के मेमर्स ग्रीन टेक इंडिया लि के उमा शरण सिंह को नगड़ी में पाली हाउस निर्माण का ठेका 2.08 करोड़ में दिया. बाद में काम के एवज में फरजी बिल के सहारे अनियमित ढंग से 1.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया. वहीं मेमर्स सिनर्जी टेक्नोफील्ड प्रालि को डीपीआर तैयार करने के लिए 5.09 लाख नौ हजार एक सौ एक रुपये का भुगतान कर दिया.
इसका खुलासा तब हुआ. जब इसकी जांच सरकार के निर्देश पर उप सचिव दिलीप कुमार झा, रतन कुमार और राम नाथ प्रसाद ने की. जांच में यह भी पाया गया कि बिना प्राक्कलन व तकनीकी स्वीकृति के नगड़ी में पाली हाउस का निर्माण हुआ. ग्रीन टेक के उमा शरण सिंह को लाभ पहुंचाने के लिए तब तक री- टेंडर कराया गया, जब तक फरजी कागजात के आधार पर कार्य आवंटित नहीं हो गया. बिना कार्य कराये ही भुगतान किया गया.
जांच रिपोर्ट के आधार पर सहयोगी समितियां के उप निबंधक ने पंडरा ओपी में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. इसके आधार पर पंडरा ओपी में वेफजेड के निदेशक रमोद नारायण झा ओर उमा शंकर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.