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राज्य भर में बिजली आपूर्ति लचर, लोग हैं परेशान
हटिया ग्रिड के दो पावर ट्रांसफारमर जलने से बढ़ी परेशानी, औसतन 12 से 14 घंटे ही मिल रही बिजली पावर ट्रांसफारमर बदलने में 12 से 15 दिनों का समय लगेगा रांची : रांची समेत राज्यभर में बिजली आपूर्ति की स्थिति बिगड़ गयी है. औसतन 12 से 14 घंटे ही बिजली की आपूर्ति की जा रही […]
हटिया ग्रिड के दो पावर ट्रांसफारमर जलने से बढ़ी परेशानी, औसतन 12 से 14 घंटे ही मिल रही बिजली
पावर ट्रांसफारमर बदलने में 12 से 15 दिनों का समय लगेगा
रांची : रांची समेत राज्यभर में बिजली आपूर्ति की स्थिति बिगड़ गयी है. औसतन 12 से 14 घंटे ही बिजली की आपूर्ति की जा रही है. स्थिति कब तक सुधरेगी यह कहने से अधिकारी अब बच रहे हैं.स्थिति यह है कि राजधानी रांची में हर एक घंटे पर बिजली कटती है और एक घंटे बाद ही आती है. 25 अप्रैल से ही यह सिलसिला चल रहा है.
कारण है कि हटिया ग्रिड में पावर ट्रांसफारमर का जलना. इसके बदलने में अभी 12 से 15 दिनों का समय लगेगा. तब तक यही स्थिति बनी रहने की बात कही जा रही है. गरमी में बिजली की लचर सप्लाई से लोग परेशान हैं.
बिजली सरेंडर करनी पड़ रही है
हटिया ग्रिड में ट्रांसफारमर जल जाने के कारण इस ग्रिड से 140 मेगावाट की जगह मात्र 40 से 50 मेगावाट बिजली मिल रही है. 25 मई से लगातर झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड को 100 से 110 मेगावाट तक बिजली सरेंडर करनी पड़ रही है. यानी सेंट्रल पुल को वापस करना पड़ रहा है. कारण है कि ग्रिड की इतनी क्षमता नहीं है कि बिजली आपूर्ति कर सके. बताया गया कि इसी वजह से टीवीएनएल की एक यूनिट को भी बंद रखा जा रहा है.
चतरा में 10 से 13 घंटे ही बिजली
चतरा जिले में औसतन 10 से 13 घंटे ही बिजली दी जा रही है. 29 अप्रैल को 13 घंटा, 30 अप्रैल को 14 घंटा, एक मई को 13 घंटा व दो मई को 10 घंटे बिजली मिली. चार दिनों में चतरा शहर में लगभग 50 घंटे विद्युत आपूर्ति की गयी है़ इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में इन चार दिनों में 30 से 31 घंटे बिजली की आपूर्ति हुई है. विद्युत विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि बरही में चतरा का सर्किल अलग किये जाने के बाद से विद्युत व्यवस्था में सुधार हुआ है़
गढ़वा में 12 से 14 घंटे बिजली
गढ़वा जिले में पिछले औसतन 12 से 14 घंटे बिजली मिल रही है. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में औसत छह से आठ घंटे बिजली मिल रही है. 29 अप्रैल को 12 घंटा, 30 अप्रैल को 14 घंटा, एक मई को 12 घंटा व दो मई को 14 घंटा बिजली मिली है. गढ़वा में बीमोड़ ग्रिड के माध्यम से बिजली की आपूर्ति होती है. बीमोड़ ग्रिड को सोननगर(बिहार) और रिहंदनगर(यूपी) से बिजली मिलती है. गढ़वा को करीब 70 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है. लेकिन इसके मुकाबले आधे से भी कम बिजली की आपूर्ति हो रही है.
गुमला में 10 घंटे ही बिजली
गुमला को 24 घंटे में मात्र 10 से 12 घंटे बिजली मिल रही है. जबकि दस एमबीए का ट्रांसफारमर हाल में ही लगा है. इसके बाद भी बिजली सप्लाई चौपट है. गुमला को हटिया से बिजली मिलती है.
लोहरदगा में 18 से 20 घंटे बिजली
लोहरदगा जिले में हटिया से बिजली की आपूर्ति की जाती है. बिजली विभाग के रिकार्ड के अनुसार, 29 अप्रैल को लोहरदगा पावर ग्रिड को 23 घंटा 39 मिनट बिजली मिली, जिसमें लोहरदगा शहर को 19 घंटा 24 मिनट बिजली की आपूर्ति की गयी. इसी तरह 30 अप्रैल को 24 घंटा बिजली मिली, जिसमें लोहरदगा शहर को 22 घंटा 26 मिनट एवं 1 मई को 23 घंटा 20 मिनट बिजली मिली, जिसमें लोहरदगा शहर को 21 घंटा 37 मिनट बिजली की आपूर्ति हुई.
लातेहार में औसतन 17 घंटे बिजली
लातेहार जिले में औसतन 17 घंटे बिजली दी जा रही है. यहां भी हटिया ग्रिड से ही बिजली मिलती है. इस दौरान 29 अप्रैल को 18 घंटा, 30 अप्रैल को 17 घंटा, एक मई को 20 व दो मई को 18 घंटा बिजली मिली.
कोडरमा में 14-15 घंटे ही बिजली
कोडरमा के ग्रामीण क्षेत्रों में तो आठ से 10 घंटे बिजली गुल रह रही है, जबकि शहरी इलाकों में 4-5 घंटे कटौती हो रही है. कोडरमा डिवीजन में 80 मेगावाट के बदले 40 मेगावाट ही बिजली आपूर्ति हो रही है. 29 अप्रैल को शहरी क्षेत्र में 18 घंटा, 30 अप्रैल को 19 घंटा, एक मई को 19 व दो मई को 20 घंटे बिजली आपूर्ति की गयी.
हजारीबाग में 10-12 घंटे ही बिजली
हजारीबाग शहर व प्रखंडों में पिछले 72 घंटा में लगभग 40 घंटा बिजली आपूर्ति हुई. तीन दिनों में 240 मेगावाट बिजली आपूर्ति होनी थी. 30 अप्रैल को 70 मेगावाट, एक मई को 60 मेगावाट और दो मई को मात्र 40 मेगावाट बिजली डीवीसी से मिल पायी. कम बिजली आपूर्ति होने से 24 घंटे में 10 से 12 घंटा बिजली नहीं मिल पायी.
रामगढ़ में 20 घंटे बिजली
रामगढ़ शहर में 20 से 22 घंटे तक विद्युत आपूर्ति होती है. विगत तीन-चार दिनों में आंधी-पानी की वजह से विद्युत आपूर्ति कई बार ठप हुई है. फिर भी विगत तीन-चार दिनों में 19 से 21 घंटे तक विद्युत आपूर्ति रामगढ़ शहर समेत आस-पास के क्षेत्रों मे हुई है.
राजधानी के कई इलाकों में घंटों हो रही है कटौती
रांची : हटिया ग्रिड से बिजली की अनियमित आपूर्ति से उपभोक्ता परेशान हैं. यहां दो पावर ट्रांसफारमर के जल जाने की वजह से उपभोक्ता को घंटों बिजली नहीं मिल रही है. कांके रोड, कांके, पिठौरिया, डोरंडा, रातू रोड, हिनू, एचइसी, तुपुदाना, धुर्वा, पंडरा, इटकी रोड, हरमू सहित बड़े इलाके में पिछले दस दिनों से उन्हें घंटों बिजली नहीं मिल रही है. बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण सही से पानी नहीं मिल पा रहा है.
वहीं अपार्टमेंट में रहनेवालों का कहना है कि बिजली नहीं रहने से लगातार जेनरेटर चलाना पड़ रहा है. इससे डीजल का खर्च इतना बढ़ गया है कि जेनरेटर चलाना भी मुश्किल हो रहा है.
उधर, हटिया ग्रिड में एक पावर ट्रांसफारमर पहुंच गया है. इसे लगाने की तैयारी की जा रही है. वहीं दूसरा ट्रांसफारमर रविवार को पहुंचने की संभावना है. विभाग के अधिकारी ने कहा कि अगले दस दिनों के अंदर सब कुछ सामान्य रहा तो यहां से फूल लोड बिजली मिलने लगेगी. फिलहाल हटिया ग्रिड से 60 से 80 मेगावाट तक कम बिजली मिलने के कारण सभी सब-स्टेशनों से बिजली की अनियमित आपूर्ति की जा रही है.
वहीं हवाई नगर में भी पेड़ गिर जाने के कारण बिजली बंद हो गयी थी इसके अलावा हरमू , कांके, पिठौरिया सहित अन्य इलाके में भी उपभोक्ता ने घंटों बिजली नहीं मिलने की शिकायत की. कांके लाइन में खराबी आ जाने के कारण 33 केवी फीडर से बिजली गुल हो गयी थी. लालपुर पीस रोड के कई घरों में शुक्रवार के दिन के दो बजे से लेकर शनिवार को दिन के 12 बजे तक बिजली नहीं रही.
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