24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कुपोषण देता है कई अन्य बीमारियों को जन्म

आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में करीब 36 से 38 फीसदी बच्चे कुपोषण के शिकार होते हैं. कुपोषण यानी मालन्यूट्रीशन की बीमारी बेसिक कमी पीइएम (प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन) की कमी के कारण होती है. इस बीमारी में बच्चों का पेट बड़ा हो जाना, शरीर की स्किन साइन करना, बाल भूरे हो जाना, भूख भी कम लगना, हाथ-पैर […]

आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में करीब 36 से 38 फीसदी बच्चे कुपोषण के शिकार होते हैं. कुपोषण यानी मालन्यूट्रीशन की बीमारी बेसिक कमी पीइएम (प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन) की कमी के कारण होती है. इस बीमारी में बच्चों का पेट बड़ा हो जाना, शरीर की स्किन साइन करना, बाल भूरे हो जाना, भूख भी कम लगना, हाथ-पैर पतले हो जाना जैसे लक्षण दिखायी देते हैं. इस प्रकार के लक्षण दिखायी देने पर डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए. बचाव के तौर पर बच्चों को बैलेंस डाइट देना चाहिए. वहीं जन्म के शुरुआती 6 महीनों तक सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए. वहीं 6 महीने के बाद दिन में करीब 5 से 6 बार के अंतराल पर दूध व खाना खिलाना चाहिए.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें