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एसआरएल के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर
रांची : राज्य के कुल 12 जिलों में पैथोलॉजी टेस्ट अगले दो माह में शुरू हो जायेगा. पीपीपी मोड में यह टेस्ट एसआरएल के लैब में होगा, जो मेडिकल कॉलेजों सहित जिला अस्पताल परिसर में बनाये जायेंगे. इनमें धनबाद, बोकारो, कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, दुमका, देवघर, पाकुड़, साहेबगंज, जामताड़ा, गिरिडीह व गोड्डा जिले शामिल हैं. गुरुवार […]
रांची : राज्य के कुल 12 जिलों में पैथोलॉजी टेस्ट अगले दो माह में शुरू हो जायेगा. पीपीपी मोड में यह टेस्ट एसआरएल के लैब में होगा, जो मेडिकल कॉलेजों सहित जिला अस्पताल परिसर में बनाये जायेंगे. इनमें धनबाद, बोकारो, कोडरमा, हजारीबाग, रामगढ़, दुमका, देवघर, पाकुड़, साहेबगंज, जामताड़ा, गिरिडीह व गोड्डा जिले शामिल हैं.
गुरुवार को इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग व एसआरएल के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के कार्यालय कक्ष में हुआ यह करार अगले 10 वर्षो के लिए है.
बाद में मंत्री ने बताया कि समझौता के तहत एसआरएल सभी जिला अस्पतालों में एडवांस पैथोलॉजी टेस्टिंग मशीन लगा कर अपने विशेषज्ञ चिकित्सकों व तकनीशियन की सहायता से विभिन्न जांच करेगा. जांच के लिए आम लोगों को शुल्क देना होगा. भारत सरकार के सेंट्रल गवर्मेट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) के तहत इसकी दर निर्धारित होगी. वहीं बीपीएल मरीजों की जांच का शुल्क सरकार अदा करेगी.
एसआरएल मरीजों से लिये जाने वाले शुल्क के लिए सरकार को वार्षिक फीस देगी, जो पहले वर्ष के लिए 46 लाख रुपये होगा. वहीं इसमें हर वर्ष 6.5 फीसदी की दर से वृद्धि होगी. सरकार एसआरएल को सिर्फ पानी-बिजली युक्त परिसर (जगह) उपलब्ध करायेगी. मौके पर मंत्री ने इस पहल के लिए स्वास्थ्य सचिव के विद्यासागर तथा उप सचिव रामकुमार सिन्हा को धन्यवाद दिया.
एसआरएल पैथोलोजी से संबंधित चार हजार तरह के टेस्ट करता है. इनमें से 90 फीसदी टेस्ट लोकल सेंटर पर ही होंगे. विशेष टेस्ट के लिए सैंपल बाहर जायेगा. संजीव वशिष्ठ, सीइओ एसआरएल
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