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राजधानी के तीन विद्यालयों में विरोध प्रदर्शन
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मुखर हुए अभिभावक, प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग गुरुनानक में प्रदर्शन का तीसरा दिन निजी स्कूलों में विभिन्न नामों से वसूले जानेवाले शुल्क के विरोध में अभिभावकों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए सार्वजनिक तौर पर विरोध से परहेज कर रहे अभिभावक […]
निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मुखर हुए अभिभावक, प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
गुरुनानक में प्रदर्शन का तीसरा दिन
निजी स्कूलों में विभिन्न नामों से वसूले जानेवाले शुल्क के विरोध में अभिभावकों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए सार्वजनिक तौर पर विरोध से परहेज कर रहे अभिभावक अब सड़कों पर उतर कर अपनी आवाज बुलंद करने लगे हैं.
शुक्रवार को राजधानी के अलग-अलग स्कूलों में अभिभावकों ने प्रदर्शन किया और अपने अपने हक के लिए आवाज उठायी. गुरु नानक स्कूल में लगातार तीसरे दिन विरोध प्रदर्शन किया गया. अभिभावकों ने सड़क पर प्रदर्शन किया. लोवाडीह स्थित संत फ्रांसिस स्कूल और कैंब्रियन पब्लिक स्कूल काठीटांड़ में भी अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
रांची : गुरुनानक स्कूल के अभिभावकों ने कहा कि सरकार व प्रशासन की ओर से केवल भाषणबाजी की जा रही है. प्रशासन को भाषणबाजी बंद कर स्कूलों को स्पष्ट आदेश देना चाहिए.
शहर के अलग-अलग हिस्सों से आये अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल ने गैर जरूरी शुल्क लिया है. इसे तत्काल वापस करें. अभिभावक अपने साथ बैनर पोस्टर भी लेकर आये थे. इस पर लिखा था स्कूल प्रबंधन शोषण करना बंद करो, री-एडमिशन/एनुअल चाजर्/कमीशन खोरी बंद करो. प्रशासन आदेश जारी करो. किताब में कमीशनखोरी बंद करो, री-एडमिशन का पैसा वापस करो.
प्रदर्शन में मो जसीम, मो इजाज गददी, मो सज्जाद इदरीसी, पप्पू, मोख्तार मास्टर, अहमद, मो नौसाद, नकीब, गुड्डू, आदिल, सुफियान, मनोज कुमार, आसिस तिग्गा, रंजीत सिंह के अलावा दर्जनों अभिभावक शामिल थे.
संत फ्रांसिस में अभिभावकों ने दिया धरना
नामकुम : शुक्रवार को लोवाडीह स्थित संत फ्रांसिस स्कूल के बाहर अभिभावकों ने धरना दिया गया़ उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की व सरकार से इन पर नकेल कसने की मांग की़ हर साल री-एडमिशन के नाम पर राशि वसूली जाती है. हर साल किताबें बदल दी जाती हैं.
स्कूल प्रबंधन सिर्फ प्रकाशकों को ही बदल देते हैं जबकि पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होता. अभिभावकों ने कहा कि पहले एक परिवार के बच्चे एक ही किताब से अपनी पढ़ाई पूरी कर लेते थे, लेकिन अब स्कूल प्रबंधन हर वर्ष किताबें खरीदनी पड़ती है.
केवल चैप्टर आगे-पीछे रहता है. प्रदर्शन कर रहे कुछ अभिभावकों ने किताबों पर सटे स्टिकर लगा कर मूल्य अंकित करने पर भी एतराज जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि इन स्टिकरों पर किताब में दर्ज मूल्य से अधिक राशि अंकित है. स्टिकर हटाने पर देखा गया कि किताब का मूल्य बीस से पचास रुपये तक कम है.
कैंब्रियन में हुआ विरोध
रातू : कैंब्रियन पब्लिक स्कूल काठीटांड़ के समक्ष शुक्रवार को अभिभावकों ने स्कूल की मनमानी के खिलाफ प्रदर्शन किया़ प्रदर्शन करने वाले अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रबंधक एनुअल फीस सहित कई नामों से फीस ले रहे है़ं तरह-तरह की फीस ली जाती है. फीस का टोटल 4120 रुपया होता है, परंतु 4220 रुपये की रसीद देकर पैसा लिया जा रहा है़
अभिभावकों ने प्राचार्या से बात की तो उन्होंने कहा कि उपायुक्त के आदेश को नहीं मान सकती, स्कूल प्रबंधक का निर्णय के बाद हीं कुछ किया जा सकता है़ इससे गुस्साये अभिभावको ने फीस काउंटर को बंद करा दिया़
अभिभावकों का कहना था कि स्कूल प्रबंधन के निर्णय के बाद हीं अभिभावक फीस जमा करायेंग़े अभिभावकों ने शनिवार को भी स्कूल के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.
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