28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चतरा-हजारीबाग सीमा पर नक्सली जमावड़ा

फिर बढ़ सकता है माओवादी व टीपीसी के बीच संघर्ष इस इलाके में कई सालों से टीपीसी की हुकूमत चल रही है. करीब सात साल पहले टीपीसी ने माओवादियों को इलाका छोड़ने पर मजबूर कर दिया था. नक्सली एक बार फिर इलाके पर प्रभुत्व कायम करने की फिराक में हैं. रांची : चतरा और हजारीबाग […]

फिर बढ़ सकता है माओवादी व टीपीसी के बीच संघर्ष
इस इलाके में कई सालों से टीपीसी की हुकूमत चल रही है. करीब सात साल पहले टीपीसी ने माओवादियों को इलाका छोड़ने पर मजबूर कर दिया था. नक्सली एक बार फिर इलाके पर प्रभुत्व कायम करने की फिराक में हैं.
रांची : चतरा और हजारीबाग जिला की सीमा पर भाकपा माओवादी के नक्सलियों का जमावड़ा लगा है. नक्सलियों के कई दस्ते इस इलाके में पहुंच गये हैं. जिसके बाद नक्सलियों और टीपीसी के बीच फिर से खून-खराबे की आशंका बढ़ गयी है.
खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत राज्य पुलिस को अलर्ट कर दिया है. जिसके बाद दोनों जिला की पुलिस भी नक्सलियों पर नजर रख रही है.
हालांकि दोनों जिला की सीमा पर नक्सलियों या टीपीसी के खिलाफ अभियान शुरू किये जाने की सूचना नहीं है. इस इलाके में कई सालों से टीपीसी की हुकूमत चल रही है. करीब सात साल पहले टीपीसी ने माओवादियों को इलाका छोड़ने पर मजबूर कर दिया था. नक्सली एक बार फिर से इस इलाके पर प्रभुत्व कायम करने की फिराक में है.
सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों का चार दस्ता टंडवा व उसके आसपास के इलाके में पहुंच चुका है. नक्सली कमांडर कारू का दस्ता हजारीबाग के कटकमदाग इलाके में है. केरेडारी में जोनल कमांडर सोहन गंझू का दस्ता है. जबकि सरिता का दस्ता टंडवा के करीब है. इस दस्ते ने ही जनवरी माह में इटखोरी में पुलिस को निशाना बनाया था.
इस दस्ते के साथ लैंड माइन लगानेवाला व्यक्ति भी है. सूत्रों ने बताया कि महिला नक्सलियों का एक दस्ता लातेहार से खलारी होते हुए टंडवा की तरफ निकला है. उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने पिछले दिनों टंडवा स्थित सीसीएल की मगध और आम्रपाली परियोजना को बंद करने की चेतावनी दी थी.
जिसके बाद 14 अप्रैल को दोनों परियोजना क्षेत्र में उत्खनन, ट्रांसपोर्टिग व लोडिंग का काम पूरी तरह बंद रहा. 15 अप्रैल को भी टंडवा के कोल परियोजनाओं पर नक्सलियों के डर का असर देखा गया है.
एक उग्रवादी संगठन का भी है समर्थन
सूचना के मुताबिक इस बार माओवादियों को चतरा और हजारीबाग में सक्रिय एक छोटे उग्रवादी संगठन का भी सहयोग मिल रहा है. इस उग्रवादी संगठन के लोग माओवादियों के साथ घूमते देखे जा रहे हैं. लेकिन अभी तक दोनों संगठनों में से किसी भी संगठन की तरफ से विलय की घोषणा नहीं की गयी है. माना जा रहा है कि किसी बड़ी वारदात के बाद विलय की घोषणा की जा सकती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें