Advertisement
एहन सुंदर मिथिलाधाम दोसर पायब कहिठाम..
रांची : झारखंड मिथिला मंच के कार्यक्रम के तीसरे दिन रविवार को रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रम चला. कार्यक्रम में लोक गाथा राजा सलहेस, लोरिक विजय, अल्हा-उदल व लोक नृत्य पेश किये गये. राम बाबू झा ने अपना प्रसिद्ध गीत धूप-दीप माला लेने शरण में एलहुं मां जगदम्बा..सहित अन्य गीत गाकर गाकर लोगों को भक्ति के […]
रांची : झारखंड मिथिला मंच के कार्यक्रम के तीसरे दिन रविवार को रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रम चला. कार्यक्रम में लोक गाथा राजा सलहेस, लोरिक विजय, अल्हा-उदल व लोक नृत्य पेश किये गये. राम बाबू झा ने अपना प्रसिद्ध गीत धूप-दीप माला लेने शरण में एलहुं मां जगदम्बा..सहित अन्य गीत गाकर गाकर लोगों को भक्ति के रंग से आपूरित किया.
माधव राय ने एहन सुंदर मिथिलाधाम दोसर पायब कहिठाम.. दूल्हा-दुल्हन सीता-राम जनकपुर में.. जैसे गीत प्रस्तुत किये. इससे पूर्व अभिलाषा, सोनाली, निधि व कृतिका ने गोसाउनीक गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित खेलकूद व युवा कार्य मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कार्यक्रम का उदघाटन किया.
उन्होंने कहा कि मैथिली भाषा-भाषी की अपनी अलग पहचान होती है. वे जहां भी रहते हैं, दूर से ही पहचान लिये जाते हैं. मौके पर पूर्व मुख्य सचिव एसके चौधरी व पूर्व डीजी कुमुद चौधरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे. मुख्य अतिथियों का स्वागत संतोष कुमार झा, संचालन डॉ कृष्ण मोहन झा व धन्यवाद ज्ञापन मनोज मिश्र ने किया. सलेहस में मलिनिया विलाप, डोमचांच में डोम-डोमिन की कहानी पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया गया. कलाकारों में सावन कुमार, ललित कुमार, काजल सहित अन्य शामिल थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement