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आदित्य स्वरूप के बेटे को आवास बोर्ड का नोटिस
शकील अख्तर फ्लैट की खरीद में गड़बड़ी का आरोप रांची : सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी आदित्य स्वरूप के बेटे अनुज रंजन को आवास बोर्ड ने फ्लैट खरीद में गड़बड़ी के आरोप में नोटिस जारी किया है. बोर्ड ने फ्लैट संख्या एम-39 के हिस्सेदार महेश कुमार की ओर से भेजे गये कानूनी नोटिस और बोर्ड के लाभांश […]
शकील अख्तर
फ्लैट की खरीद में गड़बड़ी का आरोप
रांची : सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी आदित्य स्वरूप के बेटे अनुज रंजन को आवास बोर्ड ने फ्लैट खरीद में गड़बड़ी के आरोप में नोटिस जारी किया है. बोर्ड ने फ्लैट संख्या एम-39 के हिस्सेदार महेश कुमार की ओर से भेजे गये कानूनी नोटिस और बोर्ड के लाभांश के रूप में 14.40 लाख रुपये नकद बिना नाम-पता के जमा कराये जाने को लेकर कार्रवाई की है. अनुज रंजन को दो हफ्ते में अपना पक्ष पेश करने को कहा है.
22 जुलाई 2013 को खरीदा था फ्लैट : अनुज रंजन ने 22 जुलाई 2013 को फ्लैट (संख्या एम-39) खरीदा था. इस फ्लैट को बोर्ड ने पूर्व में बिहार के तत्कालीन अभियंता प्रमुख शशि भूषण प्रसाद को आवंटित किया था.
29 नवंबर 1991 को शशि भूषण प्रसाद का निधन हो गया. उनके चार बेटों (राजेश कुमार सिन्हा, महेश कुमार सिन्हा, मुकुल कुमार सिन्हा और अतुल कुमार सिन्हा) ने अनुज रंजन को यह फ्लैट 31 लाख रुपये में बेच दिया. राजेश कुमार सिन्हा सेवानिवृत्त विंग कमांडर और महेश कुमार डॉक्टर हैं. फ्लैट अनुज रंजन के नाम हस्तांतरित होने के बाद महेश कुमार ने बोर्ड को लीगल नोटिस भेजा.
नोटिस में कहा गया कि पिता की इस संपत्ति में वह भी एक चौथाई हिस्सेदार हैं. हस्तांतरण से संबंधित कागजात पर उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किया है. उनका फरजी हस्ताक्षर कर फ्लैट की बिक्री की गयी है. इसलिए बोर्ड इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करे अन्यथा वह बोर्ड के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.
17 अप्रैल को जमा करायी गयी थी रकम : महेश कुमार के कानूनी नोटिस के बाद बोर्ड ने मामले की जांच शुरू की. पाया गया कि फ्लैट के हस्तांतरण के लिए बोर्ड की ओर से लाभांश के रूप में 14.10 लाख रुपये की मांग की गयी थी. लाभांश की यह रकम 17 अप्रैल 2013 को इलाहाबाद बैंक में नकद जमा करायी गयी. राशि जमा करनेवाले का न तो नाम-पता और न ही पैन आदि से संबंधित कोई ब्योरा उपलब्ध है. बोर्ड ने इतनी बड़ी रकम बिना किसी पता-ठिकाने के नकद के रूप में जमा कराये जाने को गंभीरता से लिया है. बैंक से भी पूछताछ शुरू कर दी है.
पत्नी रंजना के नाम आवंटित है प्लॉट
जांच के दौरान यह भी पाया गया कि आवास बोर्ड में आदित्य स्वरूप की पत्नी रंजना स्वरूप के नाम भी एक प्लॉट (एमआइजी/डी-7) की खरीद की गयी है. 13.50 लाख रुपये में खरीदी गयी यह जमीन मूलत: मनोज पांडेय के नाम आवंटित की गयी थी. मनोज पांडेय ने संतोष कुमार को पावर ऑफ एटर्नी दी थी.
इसके बाद संतोष कुमार के माध्यम से यह जमीन रंजना स्वरूप को हस्तांतरित की गयी. इस पूरे प्रकरण में सबसे रोचक बात यह है कि मनोज पांडेय की पत्नी पुष्पा पांडेय के नाम भी बोर्ड ने एक प्लॉट (एमआइजी-बी/128) आवंटित कर रखा है. बोर्ड के नियम के तहत ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं हो सकता है.
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