Advertisement
इनलैंड पावर में हो सकता है उत्पादन ठप
परेशानी :कोयला खरीद के लिए फंड नहीं ऊर्जा विकास निगम से मांगा 60 करोड़ रुपये बकाया इनलैंड ऊर्जा विकास निगम को देता है प्रतिदिन 40 से 50 मेगावाट बिजली नियामक आयोग ने 20 मार्च तक भुगतान करने का दिया निर्देश रांची : नौ माह पहले उत्पादन आरंभ करने वाली इनलैंड पावर प्लांट प्रबंधन ने प्लांट […]
परेशानी :कोयला खरीद के लिए फंड नहीं
ऊर्जा विकास निगम से मांगा 60 करोड़ रुपये बकाया
इनलैंड ऊर्जा विकास निगम को देता है प्रतिदिन 40 से 50 मेगावाट बिजली
नियामक आयोग ने 20 मार्च तक भुगतान करने का दिया निर्देश
रांची : नौ माह पहले उत्पादन आरंभ करने वाली इनलैंड पावर प्लांट प्रबंधन ने प्लांट में उत्पादन ठप होने की आशंका जतायी है. प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि कोयला खरीदने के लिए फंड नहीं है. इसके चलते उत्पादन बंद हो सकता है. प्रबंधन ने झारखंड ऊर्जा विकास निगम को बकाया राशि भुगतान करने के लिए पत्र भी लिखा है. सीएमडी से बात भी की है.
दूसरी ओर झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने भुगतान न किये जाने पर एतराज जताया है. आयोग ने 20 मार्च तक हर हाल में इनलैंड पावर को पूरी राशि भुगतान करने का निर्देश दिया है.
क्या है मामला
गोला में इनलैंड पावर द्वारा 60 मेगावाट क्षमता के पावर प्लांट से मई 2014 से उत्पादन हो रहा है. अलग राज्य बनने के बाद झारखंड में यह निजी कंपनी का दूसरा पावर प्लांट है जिससे उत्पादन आरंभ हुआ है. कंपनी द्वारा सारी बिजली ऊर्जा विकास निगम को दी जाती है. हर माह करीब 10 से 12 करोड़ रुपये की बिजली दी जाती है. यह बिजली नामकुम ग्रिड के जरिये रांची में आपूर्ति की जाती है. ऊर्जा विकास निगम द्वारा इसका नियमित भुगतान नहीं किया जाता.
इसके चलते बकाया बढ़कर 60 करोड़ रुपये हो गया है. इस मामले में कंपनी द्वारा आयोग में शिकायत भी की गयी थी. आयोग ने 23 जनवरी को बकाया भुगतान करने का आदेश दिया था. तब निगम द्वारा केवल 60 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. आयोग ने 27 फरवरी को सुनवाई करते हुए निगम को पुन: पूरी राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया है. वहीं निगम को 20 मार्च तक जवाब देने का निर्देश भी दिया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement