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बच्चों की संख्या गलत होने पर होगी कार्रवाई
रांची : सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलायी जानेवाली विभिन्न योजनाओं में बच्चों की अलग-अलग संख्या को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है. शैक्षणिक सत्र 2015-16 के लिए जिलों द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के आधार पर इस वर्ष लगभग 45 लाख बच्चों के लिए किताब छापने का लक्ष्य रखा गया है. जबकि राज्य में […]
रांची : सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलायी जानेवाली विभिन्न योजनाओं में बच्चों की अलग-अलग संख्या को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है. शैक्षणिक सत्र 2015-16 के लिए जिलों द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट के आधार पर इस वर्ष लगभग 45 लाख बच्चों के लिए किताब छापने का लक्ष्य रखा गया है. जबकि राज्य में 35 लाख बच्चों को मध्याह्न् भोजन मिलता है.
वर्ष 2014-15 में 48 लाख बच्चों के लिए किताब छपवायी गयी थी. शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने जिलों में भ्रमण के दौरान पाया था कि प्रखंड मुख्यालय में पुस्तक रखी हुई है. जिसके बाद झारखंड शिक्षा परियोजना की निदेशक ने सभी जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिख कर गत वर्ष दी गयी किताब वितरण की रिपोर्ट के साथ बच्चों की संख्या भेजने को कहा है. बच्चों की संख्या में गड़बड़ी होने पर संबंधित जिला के जिला शिक्षा अधीक्षक पर कार्रवाई की जायेगी. रिपोर्ट में गत वर्ष नहीं बांटी गयी किताब की भी जानकारी देने को कहा गया है.
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015-16 में नि:शुल्क किताब वितरण के लिए टेंडर फाइनल हो गया है. आठ प्रकाशक को किताब छापने की जिम्मेदारी दी गयी है.
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