केंद्र ने दो तरह के एंबुलेंस को अनुमोदन दिया है. इनमें एक बेसिक लाइफ सपोर्ट व दूसरी एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस है. इनकी कीमत क्रमश: 10 व 16 लाख रुपये होगी. इनमें जीवन रक्षक उपकरण भी लगे होंगे. स्वास्थ्य निदेशालय के अनुसार बेहतर ग्राउंड क्लियरेंसवाले ये एंबुलेंस संभवत: फोर्स कंपनी के होंगे. देश के जिन छह राज्यों में एंबुलेंस-102 संचालित हैं, वे सभी इसी कंपनी के हैं. शुरुआत में केंद्र इन एंबुलेंस के परिचालन खर्च में भी सहयोग करेगा. पर धीरे-धीरे केंद्रीय सहायता शून्य हो जायेगी.
यानी राज्य को अपने संसाधनों से इनका संचालन करना होगा. अभी गर्भवती महिलाओं को ससमय अस्पताल पहुंचाने व फिर वापस घर तक नि:शुल्क लाने-ले जाने के लिए सरकार ममता वाहन का संचालन कर रही है. इस योजना का मकसद गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है. राज्य भर में निजी वाहन मालिकों से अनुबंध के आधार पर 2438 ममता वाहन संचालित हैं. अब तक चार लाख से अधिक महिलाओं ने इसका लाभ उठाया है. राज्य भर की 40 हजार सहिया के पास उनके जिले के कॉल सेंटर के नंबर हैं, जिन पर संपर्क कर ममता वाहन की सेवा ली जाती है.