इसके अलावा नंदकिशोर का अमाशय, स्प्लीन एवं छोटी आंत का एक भाग भी क्षतिग्रस्त हो गया था. ऑपरेशन में चिकित्सकों ने डायफ्राम सील कर दुरुस्त किया. ऑपरेशन में करीब चार घंटे का समय लगा. मरीज को छह यूनिट खून भी चढ़ाया गया. मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है. उसे एक से दो दिन में छुट्टी दे दी जायेगी. गौरतलब है कि एक फरवरी को मरीज दुर्घटना का शिकार हुआ था.
Advertisement
रिम्स में बची नंदकिशोर की जान
रांची: सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल सोनाहातू निवासी नंदकिशोर महतो को रिम्स के चिकित्सकों ने नयी जिंदगी दी है. नंदकिशोर का ऑपरेशन रिम्स के सजर्न डॉ शीतल मलुआ की टीम ने किया है. दुर्घटना में मरीज का डायफ्राम फट गया था. इससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. इसके अलावा […]
रांची: सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल सोनाहातू निवासी नंदकिशोर महतो को रिम्स के चिकित्सकों ने नयी जिंदगी दी है. नंदकिशोर का ऑपरेशन रिम्स के सजर्न डॉ शीतल मलुआ की टीम ने किया है. दुर्घटना में मरीज का डायफ्राम फट गया था. इससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी.
इसके बाद परिजन उसे लेकर राजधानी के विभिन्न अस्पताल में घुमते रहे, लेकिन वहां चिकित्सकों ने भरती लेने से इनकार कर दिया था. अंत में मरीज को रिम्स लाया गया. जांच के बाद पेट में गंभीर चोट की जानकारी मिली. इसके बाद इमरजेंसी में उसका ऑपरेशन किया गया.
इन्होंने किया ऑपरेशन
डॉ शीतल मलुआ, डॉ पंकज बोदरा, डॉ कृष्ण मुरारी, डॉ निशित एक्का, डॉ रोहित झा सहित पीजी चिकित्सकों ने ऑपरेशन में सहयोग किया.
मरीज बहुत खराब स्थित में रिम्स आया था. उसके पेट एवं छाती के कई महत्वपूर्ण अंग टूट गये थे. इमरजेंसी में ऑपरेशन किया गया. अगर थोड़ी देर बाद मरीज आता, तो उसकी जान तक जा सकती थी.
डॉ शीतल मलुआ, सजर्न रिम्स
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement