रांची: झामुमो के वरिष्ठ नेता और मंत्री रह चुके मथुरा महतो को यह भान नहीं होगा कि भीतर ही भीतर उनके अपने दामाद ही उनका रास्ता काट रहे हैं. स्व टेकलाल महतो के पुत्र और मथुरा महतो के दामाद जयप्रकाश भाई पटेल हेमंत मंत्रिमंडल में नया चेहरा हैं. हेमंत की युवा टीम में एकमात्र युवा मंत्री हैं. बताया गया कि मंत्री पद के लिए मथुरा महतो ने शिबू सोरेन के यहां एड़ी-चोटी की जोर लगायी, पर दामाद भी पीछे नहीं थे. वह भी लगातार हेमंत के यहां अपना दबाव बनाये हुए थे. अंतिम समय में जगन्नाथ महतो ने भी मंत्री पद पर अपना दावा ठोंक दिया.
उनका तर्क था कि कुरमी कोटे से जब मंत्री बनाया जाना है तो उन्हें क्यों नहीं. वहीं जयप्रकाश भाई पटेल अपने पिता टेकलाल महतो की दुहाई देते नहीं थक रहे थे. वह कह रहे थे कि पिछली बार उनके पिता ने गुरुजी की बात रखते हुए मंत्री पद ठुकरा दिया था. वह अब इस दुनिया में नहीं रहे. कम से कम उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए पार्टी उन्हें मंत्री बनाये. जयप्रकाश भाई पटेल का यह मंत्र काम कर गया.
हेमंत नये चेहरे की तलाश में थे. कुरमी कोटे से मंत्री भी बनाया जाना था. मथुरा को बनाने पर जगन्नाथ महतो के विरोध का सामना करना पड़ता. यदि जगन्नाथ महतो को बनाते, तो मथुरा का भी विरोध होता. हेमंत सोरेन ने बीच का रास्ता निकालते हुए जयप्रकाश भाई पटेल का नाम आगे कर दिया. ऐसी स्थिति में मथुरा महतो ने चुप रहना ही बेहतर समझा और दामाद को आगे बढ़ने का मौका दिया. पार्टी के नेता विनोद पांडेय कहते हैं कि श्री पटेल को मंत्री बनाना पार्टी की ओर से स्व टेकलाल महतो को श्रद्धांजलि है.