जिप अध्यक्षों व कृषि अधिकारियों की कार्यशाला, प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने दिये निर्देश
रांची : कृषि विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्य भर के कृषि अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पंचायती राज व्यवस्था के तहत चुने गये जन प्रतिनिधियों को कृषि कार्यो में भागीदार बनायें.
उनकी अनदेखी नहीं करें. उनके माध्यम से कृषि विभाग की योजनाओं को किसानों तक पहुंचायें. उनके द्वारा आनेवाली सलाह को गंभीरता से लें. श्री सिंह शनिवार को धुर्वा स्थित गव्य निदेशालय के सभागार में जिला परिषद अध्यक्षों व कृषि अधिकारियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला में बोल रहे थे.
श्री सिंह ने कहा कि कृषि का विकास किसानों के प्रति संवेदना से हो सकता है. उन्होंने प्रखंड स्तर के अधिकारियों को सप्ताह में तीन दिन व जिला स्तर के अधिकारियों को सप्ताह में दो दिन फील्ड विजिट करने का निर्देश दिया.
कृषि निदेशक केके सोन ने कहा कि पंचायत राज के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय में कोई संदेह नहीं होना चाहिए. पंचायती राज संस्थाओं को अपनी भूमिका अदा करनी होगी. बीएयू के कुलपति डॉ एमपी पांडेय ने खेती में आनेवाली समस्याओं और उसके समाधान की जानकारी दी.
कार्यशाला में रांची की जिला परिषद अध्यक्ष सुंदरी तिर्की, गोड्डा की करुणा निधि, खूंटी की माया नीलम टोपनो, पूर्वी सिंहभूम की सोनिया संपत, प सिंहभूम की अनिता सुंब्रई, बोकारो के मिहिर कुमार सिंह, गिरिडीह की मोनिया देवी, लातेहार की पूर्णिमा सिंह, कोडरमा के महेश राय ने भी विचार रखे. मौके पर समेति के निदेशक जटाशंकर चौधरी, निदेशक उद्यान प्रभाकर सिंह, निदेशक भूमि संरक्षण आरपी सिंह मौजूद थे.