मंगलवार को कार्य संस्कृति में सुधार और विधि व्यवस्था की बैठक में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचे. इसके बाद कार्मिक विभाग के सचिव को बुला कर राजीव गौबा को मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त करने का निर्देश दिया. इससे पहले बैठक में मुख्यमंत्री के साथ सजल चक्रवर्ती ने बहस की थी.
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झारखंड : राजीव गौबा राज्य के नये मुख्य सचिव
रांची: राजीव गौबा को झारखंड का नया मुख्य सचिव बनाया गया है. वह राज्य के 19 वें मुख्य सचिव होंगे. सरकार ने सजल चक्रवर्ती के स्थान पर उनकी नियुक्ति की है. सजल चक्रवर्ती को फिर से नागर विमानन विभाग में अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. बताया जाता है कि राजीव गौबा 27 जनवरी को […]
रांची: राजीव गौबा को झारखंड का नया मुख्य सचिव बनाया गया है. वह राज्य के 19 वें मुख्य सचिव होंगे. सरकार ने सजल चक्रवर्ती के स्थान पर उनकी नियुक्ति की है. सजल चक्रवर्ती को फिर से नागर विमानन विभाग में अपर मुख्य सचिव बनाया गया है. बताया जाता है कि राजीव गौबा 27 जनवरी को मुख्य सचिव के रूप में पदभार ग्रहण कर सकते हैं.
केंद्र ने प्रतिनियुक्ति से किया मुक्त : राजीव गौबा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे. 1982 बैच के आइएएस अधिकारी श्री गौबा गृह मंत्रलय में नक्सल और कश्मीर डेस्क देख रहे थे.
झारखंड सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने उन्हें झारखंड लौटने के लिए मंगलवार को ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त कर दिया. केंद्र की ओर से जारी आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षतावाली कैबिनेट नियुक्ति समिति ने राजीव गौबा को उनके गृह कैडर में वापस करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया.
कौन हैं राजीव गौबा
राजीव गौबा 1982 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं. भौतिकी विषय में गोल्ड मेडालिस्ट हैं. सिविल सर्विसेज एक्जाम में उन्होंने सातवां रैंक प्राप्त किया था.
झारखंड से पुराना संबंध : राजीव गौबा का झारखंड से पुराना संबंध रहा है. उनके पिता 60 के दशक में एजी ऑफिस रांची में कार्यरत थे. श्री गौवा की आरंभिक शिक्षा रांची में ही हुई थी. आइएएस बनने के बाद वह जामताड़ा में एसडीओ व दुमका के डीडीसी के पद पर रह चुके हैं.
वह 2005 से 2008 तक दिल्ली में झारखंड के स्थानिक आयुक्त के पद पर भी कार्यरत थे. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्रालय व झारखंड के विभागों के बीच समन्वय का काम किया.
अनुभव
राजीव गौबा के पास नीति निर्धारण और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का व्यापक अनुभव रहा है. वह केंद्र सरकार, राज्य सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में काम कर चुके हैं. गृह, रक्षा और वित्त मंत्रलय में भी काम कर चुके हैं. श्री गौबा आंतरिक सुरक्षा मामलों में नक्सलवाद और जम्मू- कश्मीर के मुद्दों की जिम्मेवारी निभा चुके हैं. नक्सलवाद पर नियंत्रण के लिए नयी पॉलिसी और एक्शन प्लान बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. पुलिस आधुनिकीकरण और पुलिस सुधार के प्रभारी भी रह चुके हैं. इसके बाद वह सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रभारी भी रह चुके हैं.
राजीव गौबा नैटग्रिड के सीइओ के रूप में भी काम कर चुके हैं. संचार एवं सूचना तकनीक विभाग में इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी के एडिशनल सचिव के पद पर भी रह चुके हैं. नेशनल इ-गवर्नेस प्लान के हेड रह चुके हैं. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम आरंभ करने में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
राजीव गौबा वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर भी काम कर चुके हैं. नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथॉरिटी के गठन में भी उनकी अहम भूमिका रही है. आइएमएफ के कार्यकारी निदेशक के वह वरीय सलाहकार के पद पर भी काम कर चुके हैं. रक्षा मंत्री के प्राइवेट सेक्रेटरी के पद पर भी काम कर चुके हैं. भारतीय उच्च रक्षा प्रबंधन पर सुब्रमण्यम कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई करने का भी काम किया है. 1999 कारगिल वार के दौरान इन्हें मिलिट्री के मामले भी समझने का अवसर मिला. श्री गौवा गया, नालंदा और मुजफ्फरपुर में डीएम के पद पर भी रह चुके हैं. संताल-परगना के जनजातीय इलाकों में काम करने का भी इन्हें अनुभव रहा है.
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